एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 48 क्षेत्रीय दलों के विश्लेषण में सिर्फ 15 दलों ने ही तय समय पर अपनी चंदा रिपोर्ट चुनाव आयोग में जमा कराई है। 16 दलों ने रिपोर्ट जमा कराने में एक दिन से लेकर 31 दिन तक की देरी की।
रिपोर्ट के मुताबिक 17 क्षेत्रीय दलों ने चुनाव आयोग को अपनी चंदा रिपोर्ट दी ही नहीं। इममें असम गण परिषद, मिजो नेशनल फ्रंट और इंडियन नेशनल लोकदल शामिल हैं।
क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित की गई दान की कुल राशि 54.81 करोड़ रूपये है। 2,824 दानकर्ताओं ने यह राशि दी है।
नवीन पटनायक नीत बीजू जनता दल को छह दानकर्ताओं से सबसे ज्यादा 13.04 करोड़ रूपये की राशि मिली है। इसके बाद नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का नंबर आता है, जिसने घोषणा की है कि उसे 27 दानकर्ताओं से 11.19 करोड़ रुपये चंदे के तौर पर मिले हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद वाईएसआर कांग्रेस को 8.35 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।
रिपोर्ट के अनुसार क्षेत्रीय दलों द्वारा हासिल किये गए चंदे का 59.44 प्रतिशत या 32.58 करोड़ रुपये का चंदा अकेले शीर्ष तीन क्षेत्रीय दलों को मिला है।