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Source
Jagran.Com
Date
City
New Delhi

वर्ष 2019-20 में विभिन्न राजनीतिक दलों ने 3,429.56 करोड़ रुपये के चुनावी बांड भुनाए हैं जिसमें चार दलों भाजापा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 87.29 प्रतिशत राशि प्राप्त हुई है। चुनाव अधिकारों से जुड़ी संस्था एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफा‌र्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में भाजपा ने 3,623.28 करोड़ रुपये की कुल आय की घोषणा की, लेकिन पार्टी ने 45.57 प्रतिशत अर्थात 1651.02 करोड़ रुपये ही खर्च किए। इस वित्त वर्ष में कांग्रेस की कुल आय 682.21 करोड़ रुपये रही और उसने 998.15 करोड़ रुपये खर्च किए। इस तरह से कांग्रेस ने उस वर्ष आय से 46.31 प्रतिशत अधिक खर्च किया। तृणमूल कांग्रेस ने वित्त वर्ष 2019-20 में 143.67 करोड़ रुपये आय की घोषणा की और 107.27 करोड़ रुपये खर्च किए जो कुल आय का 74.67 प्रतिशत है।

एडीआर की ओर से सूचना के अधिकार के तहत दायर आवेदन के जवाब में साझा किए गए एसबीआइ के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दलों ने 3,441.32 करोड़ रुपये के चुनावी बांड घोषित किए। राजनीतिक दलों द्वारा घोषित चुनावी बांड और भुनाए गए बांड में अंतर इन दलों द्वारा आडिट रिपोर्ट की सूचना देने के तौर तरीकों के कारण हो सकता है।

सात राष्ट्रीय दलों की कुल आय 4,758.20 करोड़

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सात राष्ट्रीय राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राकांपा, बसपा, भाकपा और माकपा ने पूरे भारत से कुल 4,758.20 करोड़ रुपये की आय की घोषणा की है। दान के जरिये अधिकतम आय अर्जित करने वाले राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में भाजपा (3,427.77 करोड़), कांग्रेस (469.38 करोड़), तृणमूल कांग्रेस (108.54 करोड़), माकपा (93.01 करोड़) और भाकपा (3.02 करोड़) शामिल हैं।

चार पार्टियों ने चुनावी बांड से हासिल की 62.92 फीसद राशि

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में चार राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राकांपा ने अपनी कुल आय में चुनावी बांड के जरिये दान के रूप में 62.92 प्रतिशत राशि अर्थात 2,993.82 करोड़ रुपये प्राप्त किए।

भाजपा की आय बढ़ी, कांग्रेस की घटी

वित्त वर्ष 2018-19 और 2019-20 के बीच भाजपा की आय में 50.34 फीसद (1,213.20 करोड़) की वृद्धि हुई जो 2,410.08 करोड़ से बढ़कर 3,623.28 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान कांग्रेस की आय में 25.69 फीसद (235.82 करोड़) की कमी आई जो 918.03 करोड़ से घटकर 682.21 करोड़ रुपये रह गई। इस दौरान राकांपा की आय में 68.77 फीसद (34.87 करोड़) की बढ़ोतरी हुई जो 50.71 करोड़ से बढ़कर 85.58 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2019-20 में राजनीतिक दलों के लिए सबसे आम और लोकप्रिय खर्च में चुनावी खर्च या प्रचार और प्रशासनिक या सामान्य खर्च रहे।