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विधानसभा के पिछले तीन चुनावों में इस बार सबसे ज्यादा आपराधिक छवि के विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2008 की तुलना में इस बार आपराधिक छवि के विधायकों की संख्या 7% ज्यादा है। इस बार 23% विधायकों के खिलाफ केस लंबित हैं। गंभीर मामलों वाले विधायकों की संख्या भी ज्यादा है। 2008 में सिर्फ 4% विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले थे, इस बार ऐसे 14% विधायक हैं। राजस्थान इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की विधायकों पर जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। 

कांग्रेस में भाजपा से ज्यादा दागी 

25% कांग्रेसी विधायकों पर केस। 2013 में 16% थे। 

24% केस भाजपा विधायकों पर। 17% थे पिछली बार । 

दस साल में Rs.5.33 करोड़ बढ़ी विधायकों की औसत संपत्ति 

पिछले दस साल में विधायकों की औसत संपत्ति में भारी-भरकम उछाल आया है। वर्ष 2008 में 200 विधायकों में से हर विधायक की औसत संपत्ति 2 करोड़ रुपए थी जबकि इस बार यह बढ़कर 7.39 करोड़ रुपए प्रति विधायक हो गई है। 2013 में हर विधायक की औसत संपत्ति 5.81 करोड़ रुपए थी। 

पिछले तीन चुनावों में एमएलए के खिलाफ केस 

वर्ष केस गंभीर केस 

2018 23 14 

2013 18 10 

2008 15 04 

2008 में 45 फीसदी विधायक थे करोड़पति 

आठ साल में करोड़पति विधायकों की संख्या 34% बढ़ गई है। वर्ष 2008 में राज्य में 45% विधायक करोड़पति थे, जो इस बार बढ़कर 79% हो गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए 73% एमएलए करोड़पति थे। 

निर्दलीय भाजपा व कांग्रेस पर भारी : करोड़पति उम्मीदवारों में इस बार निर्दलीय भाजपा व कांग्रेस पर भारी पड़े हैं। निर्दलीय व अन्य दलों के 85 फीसदी विधायक करोड़पति हैं वहीं कांग्रेस के 83 फीसदी और भाजपा के 79 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। 20 लाख से कम संपत्ति वाले विधायकों की संख्या महज पांच फीसदी है।