ADR Report 2023: चुनावी सुधारों के लिए काम करने वाले एनजीओ एडीआर ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि सात राष्ट्रीय दलों को 2021-22 में अज्ञात स्रोतों से 2,172 करोड़ रुपये मिले। अज्ञात स्रोतों से हुई आय का 83.41 फीसदी (1,811.94 करोड़ रुपये) इलेक्टोरल बांड से आया है।
ADR Report 2023: देश के सात राष्ट्रीय दलों को सबसे ज्यादा चंदा अज्ञात स्त्रोतों से मिले हैं। जिसमें सबसे ज्यादा बीजेपी को चंदा मिला है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार, 2021-22 में सात राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 66 प्रतिशत से अधिक इलेक्टोरल बांड जैसे "अज्ञात स्रोतों" से आया है। इन सात दलों - बीजेपी, कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, सीपीआई, सीपीआई (एम) और नेशनल पीपुल्स पार्टी के नाम शामिल हैं।
पूरा हिसाब
इन सात दलों को अज्ञात स्रोतों से 2,172 करोड़ रुपये मिले। अज्ञात स्रोतों से आय उनकी कुल आय का 66.04 प्रतिशत थी। जिसमें से 1,811.94 करोड़ रुपये यानि कि 83.41 प्रतिशत आय चुनावी बांड के माध्यम से आई है।
बीजेपी को सबसे ज्यादा
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने 2021-22 में अज्ञात स्रोतों से 1,161 करोड़ रुपये की आय घोषित की, जो अज्ञात स्रोतों से राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 53.45 प्रतिशत है। भाजपा की आय अन्य छह राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित अज्ञात स्रोतों की कुल आय से 149.86 करोड़ रुपये अधिक है।
क्या है अज्ञात स्रोत
एडीआर के अनुसार, अज्ञात स्रोत वो इनकम का सोर्स है जिसके स्त्रोत के बारे में राजनीतिक दल अपनी वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में नहीं बताते हैं। अज्ञात स्रोतों में चुनावी बांड, कूपन की बिक्री, राहत कोष, विविध आय, स्वैच्छिक योगदान और बैठकों से योगदान शामिल है।
क्या है कानून
वर्तमान में, राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से कम देने वाले व्यक्तियों या संगठनों और चुनावी बांड के माध्यम से दान करने वालों के नाम सार्वजनिक करने की आवश्यकता नहीं है। जिसकी वजह से 66 प्रतिशत से अधिक धन के सोर्स का पता नहीं लगाया जा सका है।