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पिछलेसाल हुए बिहार विधानसभा चुनाव के बाद गठित की गई राज्य की कैबिनेट के 50 सदस्यों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलेहैं। सियासतदानों की संपत्ति और उनके खिलाफ दर्ज मामलों का विश्लेषण करनेवाली संस्था एडीआर की रिपोर्टके मुताबिक, “बिहार कैबिनेट 64 फीसदी सदस्यों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। जिनमेंसे 50 फीसदी सदस्यों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलेगंभीर किस्म के हैं।

एडीआर नेजनता दल यू(जेडीयू) के 11, भाजपा के 14, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा(हम), विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और एक अन्य निर्दलीय के हलफनामों का विश्लेषण किया है। इनमेंसेभाजपा के 8 जनता दल यूके तीन मंत्रियों के अलावा कैबिनेट में शामिल किए गए हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी और एक निर्दलीय विधायक के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलेदर्जहैं। भाजपा के 57 फीसदी और जेडीयूके 27 फीसदी मंत्री गंभीर आपराधिक मामलों मेंलिप्त हैं। इसी रिपोर्ट के अनुसार, कैबिनेट मेंशामिल भाजपा के सारे मंत्री करोड़पति हैं, जबकि जेडीयूके 82 फीसदी और अन्य दलों के 100 फीसदी मंत्री भी करोड़पति हैं।