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48 क्षेत्रीय दलों में से सिर्फ 15 पार्टियों ने ही तय समय में चुनाव आयोग को वित्त वर्ष 2017-18 में मिले चंदे की रिपोर्ट सौंपी.

चुनाव आयोग की ओर से रिपोर्ट मांगने के बावजूद 17 क्षेत्रीय दलों ने वर्ष 2017-18 में मिले चंदे की जानकारी नहीं दी है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक, 48 क्षेत्रीय दलों में से सिर्फ 15 पार्टियों ने ही तय समय में चुनाव आयोग को चंदे की रिपोर्ट सौंपी. वहीं, 16 अन्य क्षेत्रीय दलों ने एक से 31 दिन की देरी से चंदे की जानकारी आयोग को दी.

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 17 क्षेत्रीय दलों ने अब तक वर्ष 2017-18 के दौरान मिले चंदे की जानकारी चुनाव आयोग को दी ही नहीं है. जानकारी नहीं देने वाले दलों में असम गण परिषद, मिजो नेशनल फ्रंट, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) शामिल हैं. आयोग को जानकारी उपलब्ध करा चुके दलों ने 20,000 रुपये से कम और ज्यादा वाले चंदे की रिपोर्ट सौंपी है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, सभी क्षेत्रीय दलों को 54.81 करोड़ रुपये का चंदा मिला. इन दलों को 2,824 लोगों ने चंदा दिया.

बीजद को सबसे ज्यादा 13.04 करोड़ का चंदा 

नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) को छह लोगों ने 13.04 करोड़ रुपये चंदा दिया. वहीं, नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (JDU) को 27 लोगों ने 11.19 करोड़ रुपये दान किए. चंदा पाने वालों में तीसरे पायदान पर खड़े क्षेत्रीय दल वाईएसआर कांग्रेस (YSRC) को 8.35 करोड़ का डोनेशन मिला. अब तक उपलब्ध कराए गए चंदे के आंकड़ों के मुताबिक कुल दान का 59.44 फीसदी यानी 32.58 करोड़ रुपये इन्हीं तीनों दलों को मिला है.


आप को विदेश से मिला 41.60 लाख का चंदा 

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को मिले चंदे का पांच फीसदी विदेश से आया, जो करीब 41.60 लाख रुपये होता है. एडीआर की यह रिपोर्ट वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान क्षेत्रीय दलों को मिले चंदे पर केंद्रित है. इस चंदे की जानकारी क्षेत्रीय दलों ने चुनाव आयोग को दी है.