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Source
One India
https://hindi.oneindia.com/news/india/adr-report-rs-189-cr-received-by-26-regional-parties-in-donations-in-2021-22-aap-brs-767379.html
Author
Sanjeev Kumar
Date

ADR Report: एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2021-22 के दौरान 26 क्षेत्रीय दलों को 189 करोड़ रूपये चंदे के रूप में मिले।

ADR Report: राजनीतिक दलों को पिछले दो सालों, 2021-22 में कितना चंदा मिला है? एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इस बार आम आदमी पार्टी को जमकर चंदा मिला है। वहीं कुछ ऐसी पार्टियां हैं जिन्होंने अपने चंदा के बारे में घोषणा नहीं की है। आइए जानतें हैं किस पार्टी को कितना चंदा मिला है?

एडीआर ने सोमवार को कहा कि 26 क्षेत्रीय दलों को 2021-22 में चंदा के रूप में कुल 189 करोड़ रुपये मिले, जिनमें से 85 प्रतिशत AAP,जदयू और सपा सहित सिर्फ पांच पार्टियों को मिला। इस रकम में 20,000 रुपये से अधिक और कम दोनों ही तरह की दी गई रकम शामिल है।

AAP और बीआरएस मालामाल

क्षेत्रीय दलों में बीआरएस और आम आदमी पार्टी को सर्वाधिक चंदा मिला है। ADR की रिपोर्ट के मुताबिक केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS)को सबसे अधिक चंदा मिला है। इस पार्टी को कुल 14 चंदों से 40.90 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं बतौर क्षेत्रीय दल आम आदमी पार्टी ने 38.243 करोड़ रुपये चंदा मिलने की घोषणा की है। ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2021-22 का है जब आम आदमी पार्टी क्षेत्रीय पार्टी हुआ करती थी। बता दें कि 2023 आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई है।

JDU तीसरे स्थान पर

चंदा पाने के मामले में जदयू तीसरे स्थान पर है। जदयू को 33.26 करोड़ रुपये चंदा मिला। हालांकि जदयू ने चंदे में कमी की घोषणा की है।

सपा और वाईएसआर-कांग्रेस का हाल

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक सपा और वाईएसआर-कांग्रेस ने क्रमश: 29.80 करोड़ रुपये और 20 करोड़ रुपये प्राप्त करने की घोषणा की।

तमिलनाडु और अरुणाचल के लोगों ने दिया सर्वाधिक चंदा

सभी राज्यों में तमिलनाडु के लोगों ने सबसे अधिक 5.55 लाख रुपये नकद चंदा दिया। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने कुल 5,000 रुपये का नकद चंदा दिया।

इन पार्टियों ने नहीं की चंदे की घोषणा

एडीआर द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, AIADMK, BJD, NDPP, SDF, AIFB, PMK और JKNC द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए कोई दान घोषित नहीं किया गया था। इन पार्टियों ने 20 हजार से अधिक का कोई चंदा नहीं मिलने की घोषणा की है।