वर्ष 2014 में कांग्रेस सत्ता से दूर क्या हुई, उसके नेताओं ने पार्टी से ही किनारा करना शुरू कर दिया. एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 7 सालों में जिन नेताओं ने सबसे ज्यादा पार्टी छोड़कर दूसरे दल ज्वॉइन किए हैं. उनमें कांग्रेस के नेता सबसे ज्यादा रहे हैं.
इस पार्टी में हुई सबसे ज्यादा टूट
चुनावी राजनीति पर नजर रखने वाली संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) ने गुरुवार को यह रिपोर्ट (ADR Latest Report) जारी की. संस्था के मुताबिक वर्ष 2014 से 2021 के दौरान कुल 222 उम्मीदवार कांग्रेस छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए. इसी अवधि में 177 सांसदों और विधायकों ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. इन सात वर्षों में दूसरी पार्टियों के 115 उम्मीदवार और 61 सांसद-विधायक कांग्रेस में शामिल हुए.
BSP को भी लगा सबसे ज्यादा झटका
कांग्रेस (Congress) के बाद BSP दूसरी ऐसी पार्टी रही, जिसमें सबसे ज्यादा टूट हुई. पिछले 7 वर्षों के दौरान 153 उम्मीदवार और 20 सांसद-विधायक BSP से अलग होकर दूसरी पार्टियों में चले गए. वहीं दूसरी पार्टियों से टूटकर केवल 65 उम्मीदवार और 12 सांसद-विधायक ही पार्टी में शामिल हुए.
ADR की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 से अब तक 60 उम्मीदवार और 18 सांसद-विधायक समाजवादी पार्टी को छोड़कर जा चुके हैं. इसी अवधि में 29 उम्मीदवार और 13 सांसद-विधायक पार्टी के साथ जुड़े भी हैं.
TMC-JDU में नेताओं ने छोड़ी पार्टी
TMC की बात करें तो उसके कुल 31 उम्मीदवारों और 26 सांसद-विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ा. वहीं दूसरी पार्टियों के 23 उम्मीदवार और 31 सांसद-विधायक इन 7 वर्षों में TMC में शामिल हुए.
रिपोर्ट के अनुसार, JDU के 59 उम्मीदवारों और 12 सांसदों-विधायक भी पिछले 7 सालों में उसे छोड़कर दूसरी पार्टियों से जुड़ गए. वहीं बाकी पार्टियों से 23 उम्मीदवार और 12 विधायक- सांसद JDU में शामिल हुए.
सबसे ज्यादा फायदे में रही बीजेपी
उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण करके ADR ने यह रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले 7 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है. इसके बावजूद बीजेपी के 111 उम्मीदवार और 33 सांसद-विधायकों ने पार्टी छोड़ दी. इसी अवधि में दूसरी पार्टियों से टूटकर आए 253 उम्मीदवार और 173 सांसद- विधायक बीजेपी में शामिल हुए.