यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के ठीक पांच दिन बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ( ADR Report ) ने बताया है कि उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव जीतने वाले 45 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर ने 690 प्रत्याशियों के हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर इस बात का खुलासा किया है। इस बात की जानकारी चुनाव सुधार हिमायती समूह और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने मंगलवार को दी है।
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 690 उम्मीदवारों में से 219 ( 32 फीसदी ) जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इसमें कहा गया है कि 87 फीसदी या 598 जीतने वाले उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनकी विजेता उम्मीदवार की औसत संपत्ति 8.7 करोड़ रुपए है।
हत्या, अपहरण और आम्र्स एक्ट जैसे मामलो में दर्ज हैं केस
आप उम्मीदवार कुलदीप सिंह धालीवाल अमृतसर के अजनाला से चुनाव जीते हैं। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 ( हत्या ) सहित कई अन्य गंभीर आरोपों में मामले दर्ज हैं। इसी तरह आप के दलजीत सिंह ग्रेवाल लुधियाना पूर्व से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। ग्रेवाल के खिलाफ भी हत्या के प्रयास व अन्य मामलों के केस दर्ज है। जालंधर पश्चिम से जीतकर विधानसभा पहुंचे शीतल अंगुरल पर हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी, डकैती सहित कई अन्य मामलों में केस दर्ज हैं। AAP की विजयी उम्मीदवार शीतल अंगुरल के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ, अपहरण, आम्र्स एक्ट व अन्य गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं। आप के इन तीनों उम्मीदवार सहित 92 में से 52 चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों पर आपराधिक मामलों में केस दर्ज हैं।
AAP के 57% उम्मीदवारों के खिलाफ चल रहे हैं मुदकमें
चुनाव में सभी 117 सफल उम्मीदवारों के खुद के हलफनामों में 23% उम्मीदवारों के खिलाफ 'गंभीर' आपराधिक मामले थे। इस बात का जिक्र चुनाव आयोग को दिए गए उनके खुद के हलफनामों में हैं।आपराधिक रिकॉरर्ड्स पंजाब के 117 सफल उम्मीदवारों में से 58 ( 50% ) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2017 में हुए पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 16 ( 14% ) था। आम आदमी पार्टी के 57% सफल उम्मीदवारों ने अपने चुनावी हलफनामों में आपराधिक मामलों की घोषणा की। आप के विजेता 92 उम्मीदवारों में से 23 के खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।
यूपी के 51% विजेता उम्मीदवार दागी
इसी तरह गोवा 40 फीसदी जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक केस घोषित किए हैं जबकि 33 फीसदी के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले हैं। यूपी में 51 फीसदी जीतने वाले जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक केस घोषित किए हैं जबकि 39 फीसदी के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले हैं। पंजाब में यह प्रतिशत क्रमश 50 फीसदी मामले आपराधिक केस और 23 फीसदी भीर अपराधिक केस है। उत्तराखंड में 27 फीसदी जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक केस घोषित किए हैं जबकि 14 फीसदी के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले हैं। मणिपुर में 23 फीसदी जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक केस घोषित किए हैं जबकि 18 फीसदी के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले हैं।
भाजपा के 134 विजेता उम्मीदवार हैं क्रिमिनल
जीतने वाले जिन 312 उम्मीदवारों ने अपने आपराधिक केस घोषित किए हैं। इनमें भाजपा भाजपा के 134, समाजवादी पार्टी के 71, आम आदमी पार्टी के 52, कांग्रेस के 24 और राष्ट्रीय लोकदल के 7 उम्मीदवार शामिल हैं।