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Source
Navbharat Times
Date
City
Lucknow

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) जैसे-जैसे आगे बढ़ा रहा सियासत में दागियों के दबदबे की तस्वीर और बड़ी होती जा रही है। इसके अलावा करोड़पति उम्मीदवारों पर भी खूब दांव लगाया जा सकता है। चौथे चरण में सियासी दलों ने सबसे अधिक दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इस चरण के 27 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे हैं। वहीं, 21 फीसदी पर गंभीर अपराधों के आरोप हैं। मसलन सपा और भाजपा के दो-दो उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। बसपा ने भी एक हत्यारोपित को टिकट दिया है।

चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एडीआर और इलेक्शन वॉच ने गुरुवार को चौथे चरण के उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि पर रिपोर्ट जारी की है। पहले से लेकर तीसरे चरण में जहां 22 से 25 फीसदी दागियों को टिकट मिला था, वहीं इस बार इनकी संख्या बढ़कर 27 फीसदी हो गई है। इस चरण में 59 सीटों पर चुनाव होना है जिसके लिए 624 उम्मीदवारों ने दावेदारी की है। एडीआर ने इसमें 621 का शपथपत्र परखा है। इसमें 167 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मुकदमे घोषित किए हैं।

सपा और कांग्रेस के सर्वाधिक दागी
बेहतर कानून-व्यवस्था के वादे के साथ चुनावी मैदान में उतरे सपा और कांग्रेस ने इस चरण में सर्वाधिक दागी उतारे हैं। दोनों ने ही 53 फीसदी टिकट आपराधिक छवि वालों को दिया है। कांग्रेस के 38 फीसदी, सपा के 39 फीसदी, बसपा के 37 फीसदी और भाजपा के 30 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे हैं। वहीं, आप के 20 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। ये वे अपराध हैं, जिनमें कम से कम 5 साल की सजा है। 9 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर महिला अत्याचार से जुड़े आरोपों की जानकारी दी है। इसमें दो बलात्कार के आरोपित हैं। 59 में 29 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां चुनाव लड़ रहे 3 या इससे अधिक प्रत्याशियों पर मुकदमे हैं।

करोड़पतियों पर भाजपा खूब मेहरबान
गरीब कल्याण की राजनीति का दावा करने वाली भाजपा ने सबसे अधिक करोड़पतियों पर भरोसा किया है। पार्टी के 88 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। भाजपा के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 7.87 करोड़ रुपये है। चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों की बात करें तो संपत्ति का औसत 2.46 करोड़ रुपये हैं। 42 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने ऊपर देनदारी भी घोषित की है। इस चरण के 60 फीसदी उम्मीदवार ग्रैजुएट हैं। 32 फीसदी उम्मीदवार 5वीं से 12वीं तक पढ़े हैं। 30 उम्मीदवारों ने खुद को साक्षर और 9 ने निरक्षर घोषित किया है। 36 फीसदी उम्मीदवार 40 साल से कम उम्र के हैं, तो 54 फीसदी ने अपनी उम्र 41 से 60 साल के बीच बताई है। चौथे चरण में 15 फीसदी महिलाओं को भी टिकट दिया गया है।

सबसे अमीर उम्मीदवार
राजीव बख्शी (आप)- लखनऊ पश्चिम : 56 करोड़
अनूप कुमार गुप्ता (सपा)- महोली : 52 करोड़
शोभित पाठक (बसपा)- हरदोई : 34 करोड़

सबसे अधिक मुकदमे
रविदास मेहरोत्रा (सपा)- लखनऊ मध्य : 22 मुकदमे
सुरेंद्र कुमार (कांग्रेस)- बालामऊ : 09 मुकदमे
जलीश खां (बसपा)- सरोजनीनगर : 05 मुकदमे