एडीआर की रिपोर्ट में बंगाल के बाद 21 जनप्रतिनिधियों के साथ आंध्र प्रदेश दूसरे व ओडिशा तीसरे स्थान पर है। ओडिशा में 17 जनप्रतिनिधियों के खिलाफ महिलाओं से अपराध के मामले दर्ज हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 25 जनप्रतिनिधियों (सांसदों व विधायकों) के खिलाफ महिलाओं से अपराध के मामले दर्ज हैं। वहीं देशभर में कुल 151 जनप्रतिनिधि (16 सांसद व 135 विधायक) ने अपने चुनावी हलफनामे में उनके खिलाफ महिलाओं के साथ अपराध के मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। एडीआर ने 2019 से 2024 के बीच चुनावों के दौरान निर्वाचन आयोग को सौंपे गए मौजूदा सांसदों और विधायकों के 4,809 हलफनामों में से 4,693 की जांच की। संगठन ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों का सामना कर रहे 16 सांसदों और 135 विधायकों की पहचान की।
एडीआर की रिपोर्ट में बंगाल के बाद 21 जनप्रतिनिधियों के साथ आंध्र प्रदेश दूसरे व ओडिशा तीसरे स्थान पर है। ओडिशा में 17 जनप्रतिनिधियों के खिलाफ महिलाओं से अपराध के मामले दर्ज हैं।
दो सांसद व 14 विधायकों पर दुष्कर्म के मामले
रिपोर्ट के मुताबिक दो सांसद व 14 विधायक ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज होने की जानकारी दी है। इस मामले में कम से कम दस वर्ष से उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। आरोपों में एक ही पीड़ित के विरुद्ध बार-बार अपराध करना शामिल है, जो इन मामलों की गंभीरता को और अधिक रेखांकित करता है।
भाजपा के सबसे ज्यादा आरोपी
रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के सबसे अधिक 54 जनप्रतिनिधि महिला से अपराध में आरोपी हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस है और तीसरे पर टीडीपी। कांग्रेस के 23 व टीडीपी के 17 जनप्रतिनिधियों ने उनके खिलाफ इस तरह के मामले दर्ज होने की जानकारी अपने हलफनामे में दी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के पांच-पांच मौजूदा सांसद दुष्कर्म के आरोपों का सामना कर रहे हैं।