Skip to main content
Source
E Navabharat
https://www.enavabharat.com/state/uttar-pradesh/up-sixth-phase-election-tainted-money-65-percent-sensitive-area-509546/
Author
Prabhakar Dubey
Date
City
Lucknow

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठें चरण में आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों के साथ ही धनबल का भी बोलबाला साफ नजर आता है। पहले के चरणों के मुकाबले यहां महिला उम्मीदवारों की तादाद में भी गिरावट हुई है। बड़ी तादाद में आपराधिक इतिहास वाले उम्मीदवारों के चलते छठे चरण में 65 फीसदी निर्वाचन क्षेत्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं।

उत्तर प्रदेश  इलेक्शन  वॉच  और एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआऱ) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठें  चरण में चुनाव लड़ने वाले 676 में से 670 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है। इस चरण में 57 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है।

सपा के 40 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज 

छठे चरण में कुल 670 उम्मीदवारों में से 182 यानि कि 27 फीसदी पर आपराधिक मामले हैं वहीं 23 फीसदी पर गंभीर मामले दर्ज हैं। शपथपत्रों को देखने से पता चलता है कि समाजवादी पार्टी के 48 में 40 उम्मीदवारों या 83 फीसदी पर तो भारतीय जनता पार्टी के 52 में से 23 यानि कि 44 फीसदी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी तरह कांग्रेस और बसपा के 39-39 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आम आदमी पार्टी के केवल 14 फीसदी उम्मीदवारों का आपराधिक इतिहास है। गंभीर आपराधिक मामलों के हिसाब से समाजवादी पार्टी के 48 में से 29 या 60 फीसदी और भाजपा के 39 तो कांग्रेस के 36 फीसदी उम्मीदवार ने इसे अपने शपथपत्रों में दर्शाया है।

सुधीर  सिंह पर 26 मामले दर्ज 

छठे चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी से गोरखपुर  के सहजनवा  विधानसभा सीट से उम्मीदवार सुधीर  सिंह  हैं जिनके ऊपर 26 मामले दर्ज हैं। दूसरे स्थान पर कुशीनगर जिले के खड्डा विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अशोक चौहान  हैं, जिनके पर 19 मामले और तीसरे स्थान पर आज़ाद समाज पार्टी  के गोरखपुर  विधानसभा क्षेत्र से चन्द्र शेखर है जिन पर 16 मामले दर्ज हैं। छठे चरण में दो उम्मीदवारों पर बलात्कार तो आठ पर हत्या का मामला दर्ज है।

38 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति 

करोड़पति उम्मीदवारों के मामलों में भी छठा चरण बाकी के चरणों से पीछे नहीं है। इस चरण में कुल 38 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। समाजवादी पार्टी में 94 फीसदी तो बीजेपी ने 81 फीसदी करोड़पतियों को टिकट दिया है। वहीं बसपा के 77 फीसदी तो कांग्रेस के 46 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष  3 उम्मीदवारों में से पहले स्थान पर सपा के गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा से उम्मीदवार विनय शंकर  है जिन्होने अपनी संपत्ति 67 करोड़ रुपए बतायी है तो दूसरे स्थान पर सपा के ही अंबेडकरनगर के जलालपुर से राकेश पांडे हैं जिनकी संपत्ति 63 करोड़ रुपए है। तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के बलिया जिले के रसड़ विधानसभा सीट से उमा शंकर सिंह है जिन्होने अपनी संपत्ति 54  करोड़ बताई है।

तीन उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की 

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में 234 (35 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 382 (57%)  उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 6 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं, वहीं 44  उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 3 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। 1 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है। छठें चरण में 226 यानि कि 34 फीसदी उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 346 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं। वहीं 98 या 15 फीसदी  उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा  चुनाव 2022 के छठें चरण में महज 10 फीसदी महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं।