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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के प्रथम चरण का मतदान 28 अक्टूबर को है. इसके साथ ही राजनीतिक दल दूसरे चरण की तैयारियों में जुट गए हैं. दूसरे चरण के लिए एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने 1463 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का विश्लेषण जारी किया गया है. इसके अनुसार सबसे अमीर कांग्रेस के प्रत्याशी संजीव सिंह हैं. संजीव सिंह 56 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण में हिस्सा लेने वाले 34  फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं. 

एडीआर द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 1463 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का विश्लेषण जारी किया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार 1463 में से 495 प्रत्याशी करोड़पति हैं, जो दूसरे चरण में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. पहले नंबर पर वैशाली से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी संजीव सिंह हैं, जिनके पास 56 करोड़ की संपत्ति है. वहीं दूसरे नंबर पर वैशाली के हजारीपुर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे आरजेडी प्रत्याशी देव कुमार चौरसिया हैं. देव कुमार 49 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. वहीं तीसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर की पारू विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरी कांग्रेस प्रत्याशी अनुन्या सिन्हा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 46 करोड़ रुपये है.

दागी उम्मीदवार भी मैदान में

वहीं दूसरे चरण की बात करें, तो यहां दागियों की संख्या भी कम नहीं है. 1463 में से 502 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं इनमें से 27 फीसदी यानी 389 प्रत्याशी गंभीर अपराधों में नामजद हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार आरजेडी ने सबसे ज्यादा दागी प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है. आरजेडी के 64  फीसदी प्रत्याशी दागी हैं. सीधे शब्दों में समझें तो 56 में से 36 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

वहीं बीजेपीदूसरे नंबर पर है. बीजेपी की बात करें तो 63 फीसदी दागियों को टिकट दिया गया है, यानि 46 में से 29 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. ऐसे ही कांग्रेस के 24 में से 14, बसपा के 33 में से 16 और जेडीयू के 43 में से 20 प्रत्याशी दागी हैं. वहीं गंभीर अपराधों की बात करें, तो आरजेडी के  56 में से 28, एलजेपी के 52 में से 24, बीजेपी के 46 में से 20, बसपा के 33 में से 14, कांग्रेस के 24 में से 10 और जदयू के 43 में से 15 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.