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Source
Aaj Tak
Date
City
New Delhi

देश के 7 चुनावी ट्रस्ट को वित्त वर्ष 2020-21 में कॉरपोरेट और व्यक्तिगत चंदे के रूप में 258.49 करोड़ रुपये मिले हैं. इस कुल फंड का 82 फीसदी हिस्सा बीजेपी के खाते में गया है. चुनाव सुधार पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने ये जानकारी दी है.

बता दें कि चुनावी ट्रस्ट गैर-लाभकारी संस्था होते हैं. ये कॉरपोरेट और व्यक्तिगत रूप से मिले डोनेशन को राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराते हैं. बता दें कि देश में चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से चुनावी ट्रस्ट का कॉन्सेप्ट लाया गया.

ADR ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुल 23 चुनावी ट्रस्टों में से 16 ने साल 2020-21 के लिए डोनेशन की रिपोर्ट को जमा किया है. इनमें से 7 ट्रस्ट ने चंदे और इनमें से कुल दान की गई रकम की जानकारी दी है. वार्षिक रिपोर्ट जमा करने वाले 16 चुनावी ट्रस्टों में से 9 ने घोषणा की है कि उन्हें कोई दान नहीं मिला है.

ADR ने कहा, "सात चुनावी ट्रस्ट जिन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान डोनेशन प्राप्त करने की घोषणा की है, ने कॉर्पोरेट्स और व्यक्तियों से कुल 258.4915 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं और अलग अलग राजनीतिक दलों को 258.4301 करोड़ रुपये (99.98 प्रतिशत) वितरित किए हैं."

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार साल 2020-21 में बीजेपी को 212.05 करोड़ रुपये और जेडीयू को 27 करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिले हैं. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 159 व्यक्तियों ने चुनावी ट्रस्ट को चंदा दिया है.

कांग्रेस, एनसीपी, आरजेडी समेत 10 अन्य पार्टियों को चंदे के रूप में 19.38 रुपये मिले हैं. इन 10 पार्टियों में Congress, NCP, AIADMK, DMK, RJD, AAP, LJP, CPM, CPI और लोकतांत्रिक जनता दल शामिल है.

केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, चुनावी ट्रस्टों को वित्तीय वर्ष के दौरान प्राप्त कुल योगदान का और पिछले वित्तीय वर्ष से लाए गए बैलेंस का 95 प्रतिशत हिस्सा 31 मार्च से पहले पात्र राजनीतिक दलों में बांटना आवश्यक है.

एडीआर रिपोर्ट जनवरी, 2013 के बाद गठित सात चुनावी ट्रस्टों के दानदाताओं और एक वर्ष के दौरान राजनीतिक दलों को उनके द्वारा किए गए योगदान के विवरण का विश्लेषण करती है. 23 पंजीकृत चुनावी ट्रस्ट में 14 ऐसी हैं जो लगातार अपने चंदे का विवरण चुनाव आयोग को सौंप रही हैं. जबकि 8 अन्य ट्रस्टों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बाद से ही उन्हें कोई चंदा नहीं मिला है, अथवा उनके चंदे का विवरण चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद है ही नहीं.

ADR ने कहा है कि दो व्यक्तियों ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 3.50 करोड़ रुपये का योगदान दिया, 153 लोगों ने स्मॉल डोनेशन इलेक्टोरल ट्रस्ट को 3.202 करोड़ रुपये का योगदान दिया, तीन व्यक्तियों ने आइंजिगर्टिग इलेक्टोरल ट्रस्ट को कुल 5 लाख रुपये और एक व्यक्ति ने इंडिपेंडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 1,100 रुपये का योगदान दिया.