देश में चुनाव का माहौल है. चुनाव के मद्देनजर नेशनल और रीजनल पार्टियां अपना दम खम दिखा रही हैं. ऐसे में द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक डेटा शेयर किया है जिसमें बताया गया है कि साल 2019 और 20 में सबसे अमीर पार्टी कौन है. द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय जनता पर्टी देश की सबसे अमीर पार्टी है.
दूसरे नम्बर पर बसपा और तीसरे नम्बर पर कांग्रेस है. एडीआर की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने वित्त वर्ष 2019-20 में 4,847.78 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की, जो सभी राजनीतिक दलों में सर्वाधिक है. बसपा के पास 698.33 करोड़ रुपये और कांग्रेस के पास 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति की है. दोनों दलों ने इसकी घोषणा की है.
एडीआर के मुताबिक 44 क्षेत्रीय दलों में से शीर्ष 10 पार्टियों की संपत्ति 2028.715 करोड़ रुपये या उन सभी द्वारा घोषित कुल का 95.27 प्रतिशत थी. वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी द्वारा सबसे अधिक संपत्ति 563.47 करोड़ रुपये (26.46 प्रतिशत) घोषित की गई. इसके बाद टीआरएस ने 301.47 करोड़ रुपये और अन्नाद्रमुक ने 267.61 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की.
वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति में सावधि जमा/एफडीआर का हिस्सा सबसे ज्यादा 1,639.51 करोड़ रुपये (76.99 प्रतिशत) था. वित्तीय वर्ष के लिए एफडीआर/सावधि जमा श्रेणी के तहत, भाजपा और बसपा ने क्रमश: 3,253.00 करोड़ रुपये और 618.86 करोड़ रुपये की घोषणा की जो सभी राष्ट्रीय दलों में पहले और दूसरे स्थान पर रहे, जबकि कांग्रेस ने 240.90 करोड़ रुपये इस श्रेणी में घोषित किए.
क्षेत्रीय दलों में सपा (434.219 करोड़ रुपये), टीआरएस (256.01 करोड़ रुपये), अन्नाद्रमुक (246.90 करोड़ रुपये), द्रमुक (162.425 करोड़ रुपये), शिवसेना (148.46 करोड़ रुपये), बीजद (118.425 करोड़ रुपये) जैसे राजनीतिक दल एफडीआर/सावधि जमा के तहत उच्चतम संपत्ति घोषित करने वालों में शामिल हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सात राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल देनदारी 134.93 करोड़ रुपये है.