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Source
Navbharat Times
Date
City
Lucknow

राजनीति के अपराधीकरण (Criminalisation Of Politics) को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस बार सभी दलों को आपराधिक छवि वाले लोगों को टिकट देने की वजह बताने को कहा था। प्रत्याशियों को भी तीन बार इसे सार्वजनिक करना था। लेकिन इससे भी सियासत की तस्वीर नहीं बदली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) के परिणाम आ चुके हैं। यूपी की नई विधानसभा में चुने गए 51 फीसदी माननीयों के दामन पर दाग है। 2017 के मुकाबले यह आंकड़ा 15 फीसदी बढ़ गया है। एसोसएिशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने रविवार को जारी अपनी रिपोर्ट (ADR Report) में इसका खुलासा किया है।

इस बार चुने गए 402 विधायकों में 205 के ऊपर आपराधिक मुकदमे हैं। पिछली बार 143 विधायक आपराधिक छवि के थे। इस बार के 158 विधायक ऐसे हैं जिनके गंभीर आपराधिक मुकदमे हैं। कुल विधायकों का यह 39 फीसदी है। 2017 में 107 विधायकों पर गंभीर अपराधों के आरोप थे। 5 विधायकों के ऊपर हत्या, 29 के ऊपर हत्या के प्रयास और 6 के ऊपर महिला अपराधों से जुड़े मामले दर्ज हैं। इसमें एक विधायक पर रेप तक का आरोप है। दलवार बात करें तो सपा के 43 फीसदी, भाजपा के 35 फीसदी, रालोद के 63 फीसदी, सुभासपा और निषाद पार्टी के 67-67 फीसदी, अपना दल के 17 फीसदी और कांग्रेस, बसपा व जनसत्ता दल के सभी विधायकों पर गंभीर अपराधों के आरोप हैं।

करोड़पति भी खूब सदन पहुंचे
न केवल आपराधिक छवि वाले बल्कि करोड़पति विधायकों की भी इस बार भरमार है। इस बार 91 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। पिछली बार 80 फीसदी विधायकों की संपत्ति करोड़ से ऊपर थी। सभी विधायकों की संपत्ति का औसत निकाला जाए तो यह आंकड़ा "8 करोड़ प्रति विधायक से अधिक है। 2017 में विधायकों की औसत संपत्ति "5.92 करोड़ थी। 183 विधायक ऐसे हैं जिनकी संपत्ति "5 करोड़ से अधिक हैं, वहीं, 122 विधायकों की संपत्ति "2 से 5 करोड़ के बीच, 84 विधायकों की संपत्ति "50 लाख से 2 करोड़ तो महज 12 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने संपत्ति "10 लाख से 50 लाख के बीच बताई है। दोबारा चुनकर आने वाले विधायकों की औसतन संपत्ति बढ़कर "8.28 करोड़ रुपये पहुंच गई है। 2017 में इनकी संपत्ति का औसत "8.28 करोड़ था।

सबसे अधिक महिलाएं, 76 फीसदी विधायक ग्रैजुएट
नतीजों में महिला वोटरों की अहम भूमिका के विश्लेषणों के बीच सदन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी थोड़ा बेहतर हुआ। इस बार 47 महिला विधायक चुनी गई हैं जो कुल सदन की संख्या का 12 फीसदी है। यह यूपी विधानसभा में अब तक महिलाओं की सर्वाधिक संख्या है। पिछली बार 10 फीसदी महिला विधायक चुनकर पहुंची थी। चुने गए 76 फीसदी विधायकों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता ग्रैजुएट है। 22 फीसदी विधायक 8वीं से 12वीं तक पढ़े हैं। 7 उम्मीदवारों ने खुद को केवल साक्षर बताया है। 42 फीसदी विधायकों की उम्र 50 साल से कम हैं। इसमें 6 विधायक 30 साल से कम और 56 विधायक 40 साल से कम उम्र के हैं। 58 फीसदी विधायक 51 से 80 साल की उम्र सीमा के बीच के हैं। इसमें 11 विधायक 70 साल से अधिक उम्र के हैं जबकि 2 विधायक 80 साल से अधिक के हैं।