गोवा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने मुख्यमंत्री सहित सभी नौ मंत्रियों के स्वयंभू हलफनामों का विश्लेषण किया है.
बाते सोमवार को गोवा कैबिनेट में शपथ लेने वाले सभी नौ मंत्री करोड़पति हैं. उनमें से 44 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 33 प्रतिशत ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. मंगलवार को जारी एक विश्लेषण में इसकी जानकारी दी गई है.
गोवा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) ने मुख्यमंत्री सहित सभी नौ मंत्रियों के स्वयंभू हलफनामों का विश्लेषण किया है. इस विश्लेषण में कहा गया है कि चार (44 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं जबकि तीन (33 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
इसके अलावा बताया गया कि सभी नौ मंत्री करोड़पति हैं और इनकी औसत संपत्ति का आकार 19.49 करोड़ रुपये है. विश्लेषण में कहा गया, 'उच्चतम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री पणजी निर्वाचन क्षेत्र से अतानासियो मोनसेरेट हैं. इनकी संपत्ति 48.48 करोड़ रुपये है. वहीं सबसे कम घोषित कुल संपत्ति के साथ प्रियोल निर्वाचन क्षेत्र से 2.67 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ मंत्री गोविंद शेपू गौडे हैं.'
नौ मंत्रियों में से आठ ने देनदारियों की घोषणा की है जिनमें से सबसे अधिक देनदारियों वाले मंत्री कचरेरम निर्वाचन क्षेत्र के नीलेश कैबराल हैं. इन पर 11.97 करोड़ रुपये की देनदारी है.
दो मंत्रियों (22 फीसदी) ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा घोषित की है जबकि चार (44 फीसदी) मंत्रियों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है. तीन मंत्री डिप्लोमा धारक हैं.
पांच मंत्रियों (56 फीसदी) की उम्र 41 से 50 साल के बीच है जबकि चार (44 फीसदी) की उम्र 51 और उससे अधिक है.
कैबिनेट में कोई महिला मंत्री नहीं है. 40 विधायकों में से इस बार गोवा ने तीन महिलाओं को चुना है.