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Source
Oneindia
https://hindi.oneindia.com/news/india/karnataka-elections-congress-has-the-maximum-number-of-candidates-with-criminal-records-770059.html
Author
Bhavna Pandey
Date

Karnataka Elections: कांग्रेस ने क्रिमिनल रिकार्ड वाले उम्‍मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने में पिछला रिकार्ड तोड़ दिया है। अपराधिक रिकार्ड वाले उम्‍मीदवारोंं को चुनाव मैदान में उतारने में भाजपा और जडीएस को पछाड़ा

Karnataka election 2023: कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए मतदान 10 मई को होगा और चुनाव परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता की सेवा करने का वादा करते हुए karnataka chunav 2023 के मैदान में उतरे 55 फीसदीउम्‍मीदवारों के दामन दागदार हैं।

karnataka vidhan sabha chunav के लिए चुनाव आयोग में दाखिल किए हलफनामें ये ही सच्‍चाई बयां कर रहे हैं। 55 प्रतिशत उम्‍मीदवारों ने अपने चुनावी हलफनामों में आपराधिक मामलों की घोषणा की।

एडीआर और कर्नाटक इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में हुआ हे ये खुलासा

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण में इसका खुलासा हुआ है। एडीआर और कर्नाटक इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट ने नेशनल और स्‍टेकी रजिस्‍टर्ड समेत अन्‍य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के 2,615 उम्मीदवारों में से 2,586 के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया।

कांग्रेस पार्टी के 55 प्रतिशत के खिलाफ दर्ज है क्रिमिनल केस

जिसमें ये बात सामने आई है जितने उम्‍मीदवारों के खिलाफ आप‍राधिक मुकद्दमें दर्ज हैं उनमें सबसे अधिक कांग्रेस उम्‍मीदवारों की संख्‍या है। कांग्रेस पार्टी के 55 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने चुनावी हलफनामों में आपराधिक मामलों की घोषणा की।

जानें भाजपा समेत अन्‍य पार्टियों का हाल

  • कांग्रेस के 221 उम्मीदवारों में से 122 उम्‍मीदवारों यानी 55 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मुकद्दमें दर्ज हैं
  • भाजपा के 224 उम्मीदवारों में से 96 (43 प्रतिशत) उम्‍मीवारों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
  • तीसरे नंबर पर जनता दल (सेक्युलर) के 208 में से 70 (34 प्रतिशत) के खिलाफ ऐसे केस दर्ज हैं।
  • व‍हीं आम आदमी पार्टी (आप) के 208 उम्मीदवारों मेमें से 48 (23 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने हलफनामों में आपराधिक मामलों की घोषणा की।

ऐसे उम्‍मीदवारों को टिकट देने में कांग्रेस ने तोड़ा पिछड़ा रिकार्ड

कांग्रेस के उम्मीदवारों पर भी सबसे अधिक गंभीर आपराधिक मामले थे। इतना ही नहीं पिछले 2018 के चुनाव की तुलना में कांग्रेस ने इस बार उससे कहीं अधिक आपराधिक मामलों वाले उम्‍मीदवारों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है।

आपराधिक मामलों वाले कांग्रेस उम्मीदवारों की संख्‍या 59 से बढ़कर हुई 122

कांग्रेस ने 2018 में घोषित आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार 59 थे वहीं 2023 में इनकी संख्‍या बढ़कर 122 हो गई है। इसके अलावा भाजपा के भी जहां 2018 के चुनाव में जहां ऐसे उम्‍मीदवावारों की संख्‍या 83 थी वो इस बार बढ़कर 96 की हो चुकी है। वहीं जेडी (एस) में आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या 41 से बढ़कर 70 हो गई।

गंभीर आपराधिक मामलों में शामिल हैं ये अपराध

एडीआर के अनुसार, गंभीर आपराधिक मामले ऐसे अपराध हैं जिनके लिए अधिकतम सजा पांच साल या उससे अधिक है, अगर कोई अपराध गैर-जमानती है, अगर यह चुनावी अपराध है। उदाहरण के लिए आईपीसी 171ई या रिश्वतखोरी समेत मामले शामिल हैं। चुनाव से संबंधित अपराध राजकोष को नुकसान, हमले, हत्या, अपहरण, बलात्कार से संबंधित अपराध, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (धारा 8) में उल्लिखित अपराध, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध और महिलाओं के खिलाफ अपराध इसमें शामिल है।

रेप, हत्‍या तक चल रहे इन उम्‍मीदवारों के खिलाफ केस

इस विश्‍लेषण में ये भी बात सामने आई कि 49 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले दज हैं। जिसमें बलात्कार से संबंधित मामले भी शामिल है। आठ उम्मीदवारों पर हत्या के मामले थे, जबकि 35 पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।

2,586 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया

कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एडीआर ने कुल 2,586 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, एडीआर ने नोट किया, 581 (22 प्रतिशत) ने आपराधिक मामलों की घोषणा की थी - 2018 से 48.59 प्रतिशत की वृद्धि जब पिछले विधानसभा चुनाव हुए थे - और 404 (16 प्रतिशत) ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की थी।

कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एडीआर ने 29 उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया है क्योंकि उनके हलफनामे या तो खराब तरीके से स्कैन किए गए थे या पूरे हलफनामे ईसीआई की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किए गए थे।

EC ने 111 निर्वाचन क्षेत्रों में 'रेड अलर्ट' जारी किया है

चुनाव आयोग ने 111 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 'रेड अलर्ट' भी जारी किया है। एडीआर ने कहा रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र वे हैं जहां तीन या अधिक चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने खुद के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।