Lok Sabha Election: एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में दागी सांसदों का आंकड़ा सबसे बड़ा है। 2019 में आपराधिक मामले वाले 233 (43%) सांसद लोकसभा पहुंचे थे।
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव नतीजे सामने आने के बाद नई सरकार बनाने की तैयारियां जोरशोर से जारी हैं। 2024 के चुनाव में जीते 543 सांसदों में से 46% यानी 251 पर क्रिमिनल केस (आपराधिक मामले) दर्ज हैं। इतना ही नहीं इनमें से 27 सांसदों को अलग-अलग कोर्ट दोषी करार दे चुका है। यह खुलासा एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में हुआ है। इसके मुताबिक, नए दागी सांसदों का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। 2019 में आपराधिक मामले वाले 233 (43%) सांसद लोकसभा पहुंचे थे।
बीजेपी के 63, कांग्रेस के 32 सांसद दागी
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार चुनाव जीतने में कामयाब हुए 251 सांसदों में से 170 के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिला अपराध जैसे केस दर्ज हैं। बीजेपी के 63, कांग्रेस के 32 और समाजवादी पार्टी के 17 सांसद गंभीर आपराधिक मामले में आरोपी हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के 7, डीएम के 6, तेलुगु देशम पार्टी के 5 और शिवसेना के 4 सांसद भी दागियों की कतार में शामिल हैं।
इन 3 सांसदों पर सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस
18वीं लोकसभा पहुंचने वाले सांसदों में तीन सबसे ज्यादा दागी हैं। इनमें इडुक्की सीट (केरल) के कांग्रेस के सांसद डीन कुरियाकोस 88 आपराधिक मामलों के साथ पहले पायदान पर हैं। उन्हें चुनाव में 1.33 लाख वोट से जीत मिली है। दागियों की सूची में दूसरा नाम कांग्रेस के शफी परम्बिल (47 केस) का हैं, वे वडकरा सीट (केरल) से सांसद चुने गए। जबकि बीजेपी के एतेला राजेन्द्र तीसरे स्थान पर हैं। उन्हें मलकाजगिरी सीट (तेलंगाना) से जीत मिली है। राजेंद्र के खिलाफ 45 क्रिमिनल केस हैं।
किस पार्टी के कितने दागी सांसद?
पार्टी
सांसद
दागी सांसद
प्रतिशत
बीजेपी
240
94
39%
कांग्रेस
99
49
49%
सपा
37
21
45%
टीएमसी
29
13
45%
डीएमके
22
13
59%
टीडीपी
16
8
50%
शिवसेना
7
5
71%
EC ने चुनाव डेटा राष्ट्रपति को सौंपा
इलेक्शन कमीशन ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव का डेटा राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को सौंप दिया। देशभर में लागू चुनाव आचार संहिता भी खत्म हो गई। इन चुनावों में बीजेपी के अगुआई वाले एनडीए को 293 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के इंडिया ब्लॉक ने 234 सीटें हासिल कीं। लगातार तीसरी बार केंद्र में एनडीए सरकार बनने जा रही है और नरेंद्र मोदी 9 जून (रविवार) को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।