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ई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव का अंतिम और सातवां चरण 19 मई को है, अंतिम चरण में हर पार्टी ने चुनाव प्रचार के लिए एड़ी-चोटी का दम लगा दिया है, इसी बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि 59 सीटों में से 33 को रेड अलर्ट सीट घोषित किया गया है। ये 33 ऐसी सीटें हैं, जहां तीन या तीन से अधिक प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें बिहार के काराकाट में 9, बक्सर में 8 और नालंदा और जहानाबाद में छह-छह दागी प्रत्याशी हैं तो वहीं पंजाब के लुधियाना और यूपी के वाराणसी में पांच-पांच दागी प्रत्याशी हैं। यह पढ़ें: 1107 करोड़ की संपत्ति वाले रमेश शर्मा हैं इस चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी, बादल दूसरे नंबर पर सातवें चरण में कुल 909 उम्मीदवारों में से 170 (19 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 127 (14 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए गए हैं। ADR की रिपोर्ट: पार्टी-आपराधिक मामले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 43 में से 18 उम्मीदवारों (42 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज कांग्रेस (Congress) के 45 में से 14 (31 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 39 में से छह (15 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज आम आदमी पार्टी (आप) के 14 में से तीन (21 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज 313 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 29 (नौ प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज 32 केस, आईपीसी की 323 धाराएं: :ओली मोहम्मद मलिक, बरासत, प. बंगाल, भाकपा 59 मुकदमे आईपीसी की 239 धाराएं : अतीक अहमद, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, निर्दलीय 22 मुकदमों में आईपीसी की 104 धाराएं: अनिल कुमार, बक्सर, बिहार, जनतांत्रिक विकास पार्टी यह पढ़ें: nbsp;पीएम मोदी के बयान पर अब उर्मिला ने ली चुटकी, कहा-शुक्र है बादल नहीं हैं, डॉगी को मिल रहे रडार के सिग्नल