एडीआर शेष 23 प्रत्याशियों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं कर सका, क्योकि वे अवैध घोषित हो गए थे।
Lok Sabha Elections: वर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव में दोबारा किस्मत आजमाने वाले 324 प्रत्याशियों की संपत्ति में पिछले पांच साल के दौरान 43 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछले चुनाव में इन सभी प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 21.55 करोड़ रुपये थी, जो इस बार बढ़कर 30.88 करोड़ रुपये हो गई है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 2024 के लोक सभा चुनाव में पर्चा भरने वाले 8,360 प्रत्याशियों में से 8337 के स्वघोषित हलफनामों का विश्लेषण कर यह खुलासा किया है। एडीआर शेष 23 प्रत्याशियों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं कर सका, क्योकि वे अवैध घोषित हो गए थे।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के दोबारा चुनाव लड़ रहे 183 सांसदों की संपत्ति में औसतन 39.18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले चुनाव में यह 18.40 करोड़ थी और इस चुनाव में बढ़कर 25.61 करोड़ रुपये हो गई। कांग्रेस के दोबारा चुनाव लड़ने वाले 36 सांसदों की संपत्ति में भी 48.76 प्रतिशत का उछाल आया है। पिछले चुनाव में इनकी संपत्ति 44.14 करोड़ थी, जब इस बार के हलफनामे के अनुसार 65.64 करोड़ रुपये पहुंच गई।
करोड़पति प्रत्याशी
करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या वर्ष 2009 के चुनाव के मुकाबले दोगुनी हो गई है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 के लोक सभा चुनाव में कुल 8,337 प्रत्याशियों में 31 प्रतिशत की संपत्ति 1 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है, जबकि वर्ष 2009 के लोक सभा चुनाव में कुल प्रत्याशियों में 16 प्रतिशत करोड़पति थे। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 के चुनाव में करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या 27 प्रतिशत और पिछले लोक सभा चुनाव में 29 प्रतिशत थी।
एडीआर ने मौजूदा चुनाव में 8,337 प्रत्याशियों के हलफनामे का विश्लेषण किया, जिसमें 2,572 प्रत्याशियों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक पाई गई। इनमें भी 12 प्रतिशत यानी 1018 प्रत्याशियों की संपत्ति 5 करोड़ रुपये से अधिक है और 9 प्रतिशत प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके पास 2 से 5 करोड़ रुपये के बीच संपत्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा 92 प्रतिशत करोड़पति प्रत्याशी भाजपा के हैं। इसके बाद कांग्रेस का नंबर आता है, जिसके 89 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं, जबकि सीपीआईएम के करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या 52 प्रतिशत है। वर्ष 2024 का चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार की औसत संपत्ति भी 6.23 करोड़ आंकी गई है।
पिछले चुनाव यानी 2019 में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 4.14 करोड़, 2014 के चुनाव में 4.92 करोड़ और 2009 के चुनाव में 1.11 करोड़ रुपये थी। विश्लेषण से पता चलता है कि इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों में प्रत्येक की औसत संपत्ति 41.26 करोड़ रुपये है, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशियों की 24.72 करोड़ रुपये और बसपा के उम्मीदवारों की 2.66 करोड़ रुपये होने का पता चला है।
आपराधिक मामले
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सभी उम्मीदवारों में 1,643 अथवा 20 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह जानकारी स्वयं प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे के माध्यम से चुनाव आयोग में जमा कराई है। पिछले चुनाव में यह आंकड़ा 19 प्रतिशत और उससे पहले यानी 2014 में 17 प्रतिशत पर था। वर्ष 2009 के आम चुनाव में कुल प्रत्याशियों में से 15 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक के मामले दर्ज थे।
यही नहीं, इस बार के चुनाव में 14 प्रतिशत या 1,191 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ दुष्कर्म, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर अपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
लोक सभा चुनाव लड़ने वाले दल बढ़े वर्ष 2009 से 24 के बीच लोक सभा चुनाव लड़ने वाले दलों की संख्या में भी 104 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार इस साल हो रहे आम चुनाव में 751 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं, जबकि 2009 के चुनाव में 368 दल मैदान में थे।