Skip to main content
Source
DNP India Hindi
https://www.dnpindiahindi.in/important-news/maharashtra-adr-report-15-out-of-20-ministers-in-eknath-shinde-government-tainted-serious-criminal-cases-against-75-percent-ministers/180216/
Author
Akash Ranjan
Date
City
Maharashtra

Maharashtra ADR Report: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कैबिनेट का विस्तार भी हो गया है। इन सबके बीच महाराष्ट्र के मंत्रियों को लेकर एडीआर यानी ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR Report) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है।

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कैबिनेट का विस्तार भी हो गया है। इन सबके बीच महाराष्ट्र के मंत्रियों को लेकर एडीआर यानी ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR Report) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है। ADR की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के 75 प्रतिशत मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। महाराष्ट्र में 9 अगस्त को कैबिनेट विस्तार के तहत 18 मंत्रियों को शामिल किया गया था। राज्य में इस समय मुख्यमंत्री समेत 20 मंत्री हैं।

शिंदे सरकर के 20 में से 15 मंत्री दागी

इस विस्तार के बाद ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ और ‘महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच’ ने 2019 में विधानसभा चुनावों के दौरान पेश किए गए इन मंत्रियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया। विश्लेषण के अनुसार, 15 (75 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं और 13 (65 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों को घोषणा की है। ये सभी मंत्री करोड़पति हैं और उनकी संपत्ति का औसत मूल्य 47.45 करोड़ रुपये है।

कितने पढ़े-लिखे शिंदे के मंत्री

रिपोर्ट में बताया गया है कि आठ (40 फीसदी) मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 10वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 11 (55 फीसदी) ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है। एक मंत्री के पास डिप्लोमा है। चार मंत्रियों की उम्र 41-50 साल और बाकी की 51-70 साल के बीच है।

कैबिनेट विस्तार में महिला को नहीं दी गई जगह

बता दें कि पिछले हफ्ते 40 दिनों के बाद महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार किया गया था। जिसमें 18 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना कोटे से नौ मंत्रियों और उनके सहयोगी बीजेपी के नौ नेताओं ने मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार में किसी महिला को स्थान नहीं दिया गया। जिसके कारण शिंदे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा।