पिछले दिनों 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया था जिसमें 43 नए मंत्रियों को शामिल किया गया था। इसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुल मंत्रियों की संख्या 78 हो गई है। प्रधानमंत्री की इस नई कैबिनेट में 90 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं। इसमें कई मंत्री ऐसे हैं जिनके संपत्ति 50 करोड़ से ज्यादा है लेकिन सारे मंत्री अमीर ही हों ऐसा नहीं है। आइए नई कैबिनेट के सबसे अमीर और सबसे गरीब मंत्री पर एक नजर डालते हैं।
ये हैं सबसे अमीर मंत्री
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक नई कैबिनेट के 70 मंत्री (90%) करोड़पति हैं और मंत्रियों की औसत संपत्ति 16.24 करोड़ है। सभी मंत्रियों की कुल संपत्ति 1264 करोड़ रुपये है एडीआर ने 4 मंत्रियों को उच्च संपत्ति वाले मंत्रियों की लिस्ट में शामिल किया है। ये ऐसे मंत्री हैं जिनकी संपत्ति 50 करोड़ रुपये से ज्यादा है। सबसे अमीर ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं जिनके पास 379 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसके बाद पीयूष गोयल के पास 95 करोड़ रुपये, नारायण राणे के पास 87 करोड़ रुपये और राजीव चंद्रशेखर के पास 64 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
सबसे गरीब मंत्रियों को जानिए
करोड़पतियों के मुकाबले कई मंत्री ऐसे भी हैं जिनके पास बहुत कम ही संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति रखने वाली मंत्री हैं त्रिपुरा की प्रतिमा भौमिक जिनके पा 6 लाख रुपये संपत्ति है। प्रतिमा के बाद दूसरे सबसे कम संपत्ति रखने वाले मंत्री पश्चिम बंगाल के जॉन बारला हैं जिनके पास 14 लाख रुपये की संपत्ति है। राजस्थान के कैलाश चौधरी के पास 24 लाख रुपये और ओडिशा के बिश्वेश्वर टुडु के पास 27 लाख रुपये और महाराष्ट्र के वी मुरलीधरन 27 लाख की सपंत्ति के मालिक हैं। इसके साथ ही रामेश्वर तेली, शांतनु ठाकुर और निसिथ प्रामाणिक उन मंत्रियों में हैं जिनके पास एक करोड़ से कम रुपये की संपत्ति है।
42% मंत्रियों पर आपराधिक केस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में शामिल कुल 78 मंत्रियों में 33 मंत्री (लगभग 42%) ऐसे हैं जिनके चुनाव आयोग को दिए शपथपत्र में अपने ऊपर आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की जानकारी दी है। 24 मंत्री (31%) ऐसे हैं जिनके ऊपर हत्या, हत्या का प्रयास और डकैती जैसी गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। नई कैबिनेट में शामिल होने वाले पश्चिम के कूच बिहार से सांसद निसिथ प्रमाणिक के ऊपर हत्या का मामला दर्ज है। गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में जगह पाने वाले 35 साल के निसिथ प्रमाणिक सबसे कम उम्र के मंत्री भी हैं। इसके साथ ही जॉन बारला, निसिथ प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन के ऊपर हत्या के प्रयास (307) के मामले दर्ज हैं।
सबसे बुजुर्ग और युवा मंत्री
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 78 में 56 मंत्री 51 साल से अधिक की उम्र के हैं जबकि 18 मंत्री ऐसे हैं जो 41-50 की आयु के हैं। केवल 4 केंद्रीय मंत्री ऐसे हैं जिनकी आयु 40 वर्ष से कम हैं। पंजाब से लोकसभा सांसद सोम प्रकाश सबसे अधिक उम्र के केंद्रीय मंत्री हैं। उनकी उम्र 72 साल है। वहीं 35 साल की उम्र में केंद्रीय कैबिनेट में जगह पाने वाले निसिथ प्रमाणिक सबसे युवा मंत्री हैं। 5 मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा है। 60 से 69 साल की आयु में 38 मंत्री, 50-59 आयु वर्ग में 24 मंत्री, 40 से 59 में 9 मंत्री और 40 वर्ष से कम उम्र में केवल 2 मंत्री हैं
मंत्रियों की पढ़ाई का लेखा-जोखा
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 21 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं। 9 मंत्रियों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है जबकि 17 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने स्नातक और प्रोफेशनल ग्रेजुएट की डिग्री ली है। दो मंत्री कक्षा 8 पास हैं और तीन मंत्रियों ने 10वीं की परीक्षा पास की हुई है। 7 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने 12वीं की परीक्षा पास की है।