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विधानसभा चुनाव 2018 में एक बार फिर किस्मत आजमा रहे 167 विधायकों की औसत संपत्ति में 3 करोड़ 64 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इनमें सबसे अमीर विधायक मंत्री संजय सत्येंद्र पाठक हैं। उनके पास 226 करोड़ रुपए की संपत्ति है, 2013 में उन्होंने अपनी संपत्ति 121 करोड़ रुपए बताई थी। हालांकि शपथ पत्र में उन्होंने अपनी सालाना आय ढाई करोड़ रुपए बताई है। सिरमौर से भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज सिंह की सबसे ज्यादा 1397 प्रतिशत संपत्ति बढ़ी है। वहीं सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी की संपत्ति में भी 596 प्रतिशत इजाफा हुआ है।

यह तथ्य एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में सामने आए हैं। एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि इस चुनाव में करीब 11 प्रतिशत उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें कांग्रेस के प्रत्याशियों की संख्या सबसे ज्यादा है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार 174 विधायक फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें से 167 विधायकों के शपथ पत्र का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार की गई है। एडीआर के मुताबिक 2013 में दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति 5.15 करोड़ रुपए थी। 2018 में यह बढ़कर 8.79 करोड़ रुपए पहुंच गई है।

शिवनारायण सिंह की संपत्ति एक साल में साढ़े चार करोड़ कम हुई

बांधवगढ़ से भाजपा विधायक शिवनारायण सिंह की संपत्ति एक साल में ही साढ़े चार करोड़ रुपए कम हो गई। 2017 के उपचुनाव में सिंह ने अपनी संपत्ति 5 करोड़ रुपए बताई थी। वहीं मौजूदा चुनाव के लिए दाखिल शपथ पत्र में संपत्ति 51 लाख पर पहुंच गई है। उनकी संपत्ति करीब 90 प्रतिशत कम हो गई। सिंह पूर्व मंत्री और शहडोल सांसद ज्ञान सिंह के बेटे हैं। वहीं सोनकच्छ के राजेंद्र वर्मा और नेपानगर की मंजू दादू भी करोड़पति की बजाय अब लखपति रह गई हैं।

गंभीर अपराध के सबसे ज्यादा मामले कांग्रेस प्रत्याशियों पर

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चुनाव में खड़े हुए 2494 उम्मीदवारों में से 407 प्रत्याशियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। वहीं 295 उम्मीदवारों (11 प्रतिशत) ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के प्रत्याशियों पर सबसे ज्यादा आपराधिक और गंभीर मामले दर्ज हैं। कांग्रेस के 108 पर आपराधिक और इनमें 55 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं भाजपा के 65 प्रत्याशियों पर आपराधिक और 38 पर गंभीर मामले चल रहे हैं।

इसमें 16 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का मामला बताया है। इसमें मंत्री लाल सिंह आर्य भी शामिल हैं। वहीं 24 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं। 6 पर अपहरण और 20 पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से संबंधित मामले दर्ज हैं। जबलपुर उत्तर से निर्दलीय प्रत्याशी संजू ठाकुर, आगर से कांग्रेस के विपिन वानखेड़े, जबलपुर पश्चिम से भाजपा के हरेंद्रजीत सिंह 'बब्बू" पर सबसे ज्यादा मामले दर्ज है।

प्रमुख उम्मीदवारों की संपत्ति का ब्यौरा

नाम--2013 में संपत्ति--2018 में संपत्ति--कुल वृद्धि--वार्षिक आय

दिव्यराज सिंह, भाजपा, सिरमौर--4 करोड़--62 करोड़--1397 प्रतिशत--32 लाख

दीपक जोशी, भाजपा, हाटपिपल्या--36 लाख--2 करोड़-- 596 प्रतिशत--21 लाख

सुदेश राय, भाजपा, सीहोर--10 करोड़--67 करोड़--564 प्रतिशत--45 लाख

संजय सत्येंद्र पाठक, भाजपा, विजयराघवगढ़--121 करोड़--226 करोड़--86 प्रतिशत--2.5 करोड़

संजय शर्मा, कांग्रेस, तेंदूखेड़ा--65 करोड़--130 करोड़--100 प्रतिशत--2 करोड़

जयंत मलैया, भाजपा, दमोह--13 करोड़--29 करोड़--118 प्रतिशत--1 करोड़

डॉ. मोहन यादव, भाजपा, उज्जैन दक्षिण--16 करोड़--31 करोड़--89 प्रतिशत

विजय शाह, भाजपा, हरसूद--6 करोड़--15 करोड़--129 प्रतिशत--1 करोड़

नीना वर्मा, भाजपा, धार--1 करोड़--8 करोड़--397 प्रतिशत--17 लाख

डॉ. राजेंद्र सिंह, कांग्रेस, अमरपाटन--6 करोड़--15 करोड़--165 प्रतिशत--39 लाख

उमाशंकर गुप्ता, भाजपा, भोपाल दक्षिण-पश्चिम--3 करोड़--9 करोड़--188 प्रतिशत--39 लाख

डॉ. नरोत्तम मिश्र, भाजपा, दतिया--2 करोड़--6 करोड़--133 प्रतिशत--41 लाख

विश्वास सारंग, भाजपा, नरेला--5 करोड़--9 करोड़--61 प्रतिशत--38 लाख

(नोट- उम्मीदवारों की कुल संपत्ति पूरे परिवार की है और व्यक्तिगत सालाना आय अंतिम रिटर्न के आधार पर है।)

सपा प्रत्याशियों की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी

भाजपा: 84 प्रतिशत

कांग्रेस: 49 प्रतिशत

बसपा: 139 प्रतिशत

सपा: 311 प्रतिशत