पंजाब में भगवंत मान ने सोमवार को अपने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है, लेकिन इस बंटवारे से पहले एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। मान की कैबिनेट में शामिल 11 मंत्रियों में से सात पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस लिस्ट में खुद सीएम का नाम भी शामिल है।
दरअसल पंजाब चुनाव को लेकर एडीआर ने अपनी रिपोर्ट जारी की है। जिसमें आपराधिक मामले वाली बात सामने आई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने सोमवार को कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित पंजाब के 11 नवनिर्वाचित मंत्रियों में से सात ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इनमें से चार मंत्री गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
इन रिपोर्टों के अनुसार गंभीर आपराधिक मामलों में वे अपराध शामिल होते हैं, जिनमें पांच साल या उससे अधिक तक की सजा हो सकती है। सीएम मान का नाम गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे चार मंत्रियों में शामिल है। अन्य तीन नामों में गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल और हरपाल सिंह चीमा शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कुलदीप सिंह धालीवाल हत्या के मामले का सामना कर रहे हैं। जबकि अन्य तीन के खिलाफ लोक सेवक को काम करने से रोकने के लिए चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
वहीं बात अगर संपत्ति की हो तो इन 11 मंत्रियों में से नौ करोड़पति हैं। इनकी औसत संपत्ति 2.87 करोड़ है। सबसे ज्यादा संपत्ति ब्रह्मशंकर जिम्पा के पास है। उनके पास 8.56 करोड़ की संपत्ति है। वहीं एडीआर रिपोर्ट के अनुसार पांच मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10 से 12 के बीच घोषित की है। जबकि बाकी ग्रेजुएट या उससे ऊपर हैं।
बता दें कि पंजाब में आप ने इस बार प्रचंड जीत हासिल करते हुए 91 सीटों पर कब्जा जमाया है। आप की इस जीत से जहां सत्ताधारी कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई वहीं अकाली दल के साथ-साथ बीजेपी को भी काफी नुकसान हुआ है।