एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स) की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने जो हलफनामें दायर किए हैं, उसके हिसाब से 36% उम्मीदवारों के खिलाफ कोई ना कोई आपराधिक मामले जरूर दर्ज हैं।
एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने 59 उम्मीदवारों में से 58 की ओर से दायर किए गए चुनावी हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार की है। जिन 36% उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की जानकारी दी है, उनमें से 17% के खिलाफ गंभीर अपराध के केस चल रहे हैं।
कांग्रेस के दो-तिहाई से ज्यादा और भाजपा के एक-चौथाई से अधिक
राज्यसभा के एक प्रत्याशी के खिलाफ तो हत्या की कोशिश तक का मुकदमा चल रहा है। आंकड़ों के विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि भाजपा के 27% (30 में से 8 उम्मीदवार), कांग्रेस के 67% (9 में से 6 प्रत्याशी), टीएमसी के भी 25% (4 में से 1), समाजवादी पार्टी के 67% (3 में से 2), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 33% (3 में से 1), आरजेडी के 50% (2 में से 1),बीजेडी के भी 50% (2 में से 1) और भारत राष्ट्र समिति के 100% (एक उम्मीदवार) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
राज्यसभा उम्मीदवारों के पास 128 करोड़ रुपए की औसत संपत्ति
अब अगर धनाढ्य उम्मीदवारों को देखें तो राज्यसभा के उम्मीदवारों में करीब 21% अरबपति हैं यानी इनके पास 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। वहीं इन उम्मीदवारों की औसत संपत्ति करीब 128 करोड़ रुपए है।
कांग्रेस के सिंघवी और सपा की जया बच्चन सबसे अमीर
राज्यसभा के उम्मीदवारों में हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने पास कुल 1,872 करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा किया है।
उनके बाद समाजवादी पार्टी प्रत्याशी जया बच्चन का नाम है, जिनके पास 1,578 करोड़ रुपए की संपत्ति है। वहीं जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी अरबपति उम्मीदवारों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 871 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है।
भाजपा के उम्मीदवार सबसे गरीब
लेकिन, जब बात सबसे गरीब उम्मीदवारों की होगी तो मध्य प्रदेश से भाजपा प्रत्याशी बालयोगी उमेश नाथ का नंबर आएगा,जिन्होंने अपने पास सिर्फ 47 लाख रुपए की संपत्ति बताई है।
उसके बाद पश्चिम बंगाल से भी भाजपा प्रत्याशी समिक भट्टाचार्य और यूपी से पार्टी की ही प्रत्याशी संगीता बलवंत हैं, जिन्होंने 1-1 करोड़ रुपए संपत्ति होने की जानकारी दी है।
कई उम्मीदवारों की निर्विरोध हो चुकी है जीत
इस चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेलवे और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत करीब 41 उम्मीदवार चुनाव में निर्विरोध जीत सुनिश्चित कर चुके हैं।
अब यूपी की 10, कर्नाटक की 4 और हिमाचल प्रदेश की 1 सीटों के लिए ही मतदान की संभावना जताई जा रही है। क्योंकि, इन राज्यों में तय सीटों से ज्यादा उम्मीदवार होने की वजह से वोटिंग आवश्यक लग रही है। 20 फरवरी को नाम वापसी की डेडलाइन खत्म हो चुकी है। (इनपुट-पीटीआई)