सार
सियासी रण में 40 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। एडीआर ने 632 में से 626 उम्मीदवारों के विश्लेषण के आधार पर रिपोर्ट जारी की है।
विस्तार
उत्तराखंड के कई करोड़पतियों की अब विधायक बनने की ख्वाहिश है। विधानसभा जाने की अपनी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए उन्होंने चुनाव की राह पकड़ी है। 2022 के चुनावी समर में इस बार 40 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमां रहे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने प्रदेश के 632 में से 626 उम्मीदवारों का विश्लेषण करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की है। इन 626 में से प्रदेश में इस बार 252 करोड़पति उम्मीदवार हैं, जिसमें भाजपा के सर्वाधिक 60 उम्मीदवार शामिल हैं।
एडीआर के कॉर्डिनेटर मनोज ध्यानी ने सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में एडीआर की रिपोर्ट जारी की। उन्होंने बताया कि इस बार के चुनाव में 2017 के मुकाबले करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या में इजाफा हुआ है। बताया कि 2017 में जहां 31 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवार थे, वहीं इस बार 40 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
यह रिपोर्ट जारी करते हुए एडीआर ने कुछ सिफारिशें भी की हैं। इसमें हत्या, बलात्कार, तस्करी, डकैती, अपहरण जैसे जघन्य अपराधों के दोषी उम्मीदवारों को स्थायी रूप से अयोग्य घोषित करने की मांग शामिल है।
किस दल के कितने करोड़पति
दल का नाम- करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या
भारतीय जनता पार्टी भाजपा- 60
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- 56
निर्दलीय- 40
आम आदमी पार्टी- 31
बहुजन समाज पार्टी- 18
उत्तराखंड क्रांति दल - 12
समाजवादी पार्टी - 8
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)- 6
पिपुल्स पार्टी ऑफ इंडियाडेमोक्रेटिक)- 3
एआईएमआईएम- 2
राष्ट्रीय समाज दल(आर)- 2
भारतीय जन जागृति पार्टी- 2
सीपीआई एम- 2
राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी(सत्या)- 2
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी- 2
राष्ट्रीय लोक दल - 1
जय महाभारत पार्टी- 1
उत्तराखंड क्रांति दल-डी- 1
उत्तराखंड जनएकता पार्टी- 1
सीपीआई- 1
उत्तराखंड जनता पार्टी- 1
शिरोमणि अकाली दल- 1