Source: 
Author: 
Date: 
16.09.2015
City: 
New Delhi

लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान किए गए चुनावी खर्च पर पार्टियों और उनके प्रत्याशियों द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए आंकड़ों में भारी अंतर सामने आया है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस समेत पांच राष्ट्रीय दलों के 342 सांसदों में से 263 ने बताया कि उन्हें अपनी पार्टियों से कुल 75.58 करोड़ रुपये मिले। जबकि इन पार्टियों के मुताबिक उन्होंने सिर्फ 175 सांसदों को 54.73 करोड़ रुपये दिए हैं।

भाजपा ने 159 सांसदों को पैसा दिया : रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने कुल 282 सांसदों में से 159 को चुनावी खर्च मुहैया कराया। इनमें 105 सांसदों ने ही समान राशि दर्शाई है। 35 सांसदों ने राशि बढ़ाकर बताई है और 18 ने घटाकर। भाजपा के 70 सांसद ऐसे हैं जिन्होंने कहा कि उन्हें कुल 14.36 करोड़ रुपये पार्टी से मिले हैं। जबकि पार्टी द्वारा प्रस्तुत चुनावी खर्च की रिपोर्ट के मुताबिक उसने इन सांसदों को एक भी पैसा नहीं दिया है।

कांग्रेस ने 44 में से 7 को चुनावी खर्च दिया : कांग्रेस ने अपने 44 में से सिर्फ सात सांसदों को ही चुनावी खर्च के रूप में धनराशि दी। जबकि 11 सांसदों का कहना है कि पार्टी ने उन्हें कुल 1.08 करोड़ रुपये दिए। कांग्रेस के मुताबिक उसने अपने सात सांसदों को चुनावी खर्च के लिए कुल 2.70 करोड़ रुपये दिए। इनमें से छह ने पार्टी द्वारा बताई गई राशि के समान ही चुनावी खर्च बताया है।

सिर्फ सीपीएम के आंकड़ों में अंतर नहीं : पांच राष्ट्रीय दलों (भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी, सीपीएम, सीपीआई) में सिर्फ सीपीएम के सांसदों और पार्टी के लेन-देन में कोई अंतर नहीं है। जितना पार्टी से उन्हें मिला है, उतना ही पार्टी ने दिखाया है। सीपीएम ने नौ में से चार सांसदों को चुनावी खर्च के लिए 1.28 करोड़ रुपये दिए थे। सीपीआई के न तो किसी सांसद और न ही पार्टी ने चुनावी खर्च का ब्योरा दिया है। चूंकि बसपा को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी, इसलिए उसे इस विश्लेषण में शामिल नहीं किया गया है।

एनसीपी के दो सांसदों के खर्च में फर्क : एनसीपी के लोकसभा में छह सांसद हैं। पार्टी ने इनमें से पांच को चुनावी खर्च के रूप में 2.5 करोड़ रुपये दिए। दो सांसद ऐसे हैं, जिन्होंने बताया कि उन्हें पार्टी से 1.24 करोड़ रुपये मिले, जबकि एनसीपी का कहना है कि उसने इन सांसदों को 1 करोड़ रुपये दिए।

भाजपा सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने बताया कि उन्हें पार्टी से कोई राशि नहीं मिली, जबकि पार्टी का कहना है कि चुनावी खर्च के लिए लक्ष्मी शाह को 15 लाख रुपये दिए गए। हालांकि, भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जिसने अपने 17 सांसदों को चुनावी खर्च के लिए 10 लाख या उससे कम राशि दी है।

© Association for Democratic Reforms
Privacy And Terms Of Use
Donation Payment Method