बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की 55 सीटों पर 776 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन इनमें से 253 यानी करीब एक तिहाई प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गंभीर बात है कि 253 में से 201 उम्मीदवारों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध के मुकदमे दर्ज हैं। चौथे चरण का मतदान एक नवंबर को होना है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 उम्मीदवारों पर हत्या के आरोप हैं। इनमें जदयू, राजद, लोजपा और भाकपा माले के उम्मीदवार शामिल हैं। सुरसंड से निर्दलीय प्रत्याशी अमित कुमार पर हत्या के चार मामले चल रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 60 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं। अमित कुमार पर सर्वाधिक सात और नरकटियागंज से निर्दलीय उम्मीदवार सोनू कुमार पर हत्या के प्रयास के पांच केस दर्ज हैं। भाजपा के पांच, जदयू के तीन, राजद के चार और भाकपा माले के सात उम्मीदवारों पर ऐसे मामले विचाराधीन हैं।
इस चरण में 13 प्रत्याशियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध दर्ज हैं। हालांकि बड़े दलों के प्रत्याशियों पर ऐसे मामले नहीं हैं। चौदह प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर लूट और डकैती का मुकदमा चल रहा है। बैकुंठपुर से निर्दलीय प्रत्याशी गोरख यादव ऐसे चार मामलों में आरोपी हैं।
मोतिहारी से भाजपा उम्मीदवार प्रमोद कुमार और सीवान से जदयू प्रत्याशी बब्लू प्रसाद समेत 13 प्रत्याशियों पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का मामला चल रहा है। जबकि दस प्रत्याशी अपहरण के मुकदमों का सामना कर रहे हैं। इनमें दो मुकदमे गोरख यादव पर हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
55 सीटों पर 776 प्रत्याशी मैदान में खड़े
26 % पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे केस
33 % प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले
1.24 करोड़ औसत संपत्ति प्रत्याशियों की
17 प्रत्याशियों की संपत्ति दस करोड़ से ज्यादा
आपराधिक मामले
भाजपा : 28(42 में से)
जदयू: 15(21 में से)
राजद: 17(26 में से)
कांग्रेस: 03(08 में से)
निर्दलीय: 62(265 में से)
गंभीर मामले
भाजपा: 20(42 में से)
जदयू: 12(21 में से)
राजद: 10(26 में से)
कांग्रेस: 02(08 में से)