पणजी। आम आदमी पार्टी की एकतरफा जीत से दिल्ली विधानसभा में विपक्ष का लगभग नदारद हो जाना चिंताजनक है। चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने यह चिंता जाहिर की है।
एडीआर के कोऑर्डिनेटर भास्कर असोलदेकर ने कहा कि एक नजरिये से यह अच्छा है क्योंकि यह जनता का मत है। लेकिन चिंताजनक पहलू यह है कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छे विपक्ष की जरूरत है, जो अब नहीं है। किसी भी राज्य की विधानसभा में मजबूत और गुणवत्तापूर्ण विपक्ष की जरूरत होती है, दिल्ली विधानसभा में अब इसका अभाव होने जा रहा है।
इसके अलावा सत्ता संभालने जा रही आम आदमी पार्टी के सदस्य भी बिल्कुल नए हैं। उन्हें सरकार चलाने का कोई अनुभव नहीं है। विपक्षी सदस्यों की संख्या महज तीन है, यह स्थिति कठिनाई भरी है।
असोलदेकर ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने काफी बड़े वादे किए हैं, इससे लोगों की उम्मीदें उनसे काफी ज्यादा है। इन उम्मीदों को पूरा करने के लिए सरकार को भारी रकम खर्च करनी होगी।