एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वॉच प्रदेश के 160 विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगी। रेटिंग के लिए विधानसभा में माननीयों की उपस्थिति समेत दस बिंदुओं को शामिल किया जाएगा। सर्वे के लिए जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
यूपी इलेक्शन वॉच के समन्वयक संजय सिंह ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में बताया कि सभी 75 जिलों में इलेक्शन वॉच कमेटी का गठन किया जाएगा। इसमें सिविल सोसाइटी के उन लोगों को शामिल किया जाएगा, जो राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ कुछ कर गुजरने का जज्बा रखते हैं।
विधानसभा क्षेत्रवार संगठन तैयार करने का फैसला भी किया गया है। अभी तक एडीआर और इलेक्शन वॉच चुनाव के दौरान ही सक्रिय होते है, अब ये पूरे समय सक्रिय रहेंगे। अगले दो साल में एक लाख स्वयंसेवक तैयार किए जाएंगे।
सिंह ने बताया कि 2017 के चुनाव से पहले विधानसभा क्षेत्रवार हुए कामों की रेटिंग रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसमें पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, सामाजिक सुरक्षा स्कीम, विधायक की सदन में उपस्थिति, सदन में उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों व उन पर हुई कार्रवाई और क्षेत्र में उपलब्धता के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा।
राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रदेश प्रमुख डॉ. अंशुमाली शर्मा ने कहा कि जिलों में एनएसएस से जुड़े विद्यार्थियों को अधिक से अधिक वालंटियर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यूपी इलेक्शन वॉच के फेलो अनिल शर्मा ने कहा कि माननीयों के प्रोटोकॉल की तरह ही मतदाताओं का प्रोटोकॉल भी तय होना चाहिए।
राज्यस्तरीय सम्मेलन आज
एडीआर और यूपी इलेक्शन वॉच का राज्यस्तरीय सम्मेलन शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के एपी सेन सभागार में होगा। समन्वयक संजय सिंह ने बताया कि सम्मेलन में चुनाव सुधार में नागरिकों की भूमिका, प्रस्तावित चुनाव सुधार बिल, मीडिया की भूमिका, निर्वाचन आयोग की अपेक्षाओं और एनएसएस का जुड़ाव आदि मुद्दों पर चर्चा होगी।
इसका उद्घाटन उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा करेंगे। अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय करेंगे। विशिष्ट वक्ता शकुंतला मिश्रा विकलांग पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति निशीथ राय होंगे।