एसोशिएसन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे राज्यसभा के दो-तिहाई सांसद (67 प्रतिशत) करोड़पति हैं और 17 प्रतिशत सांसदों पर आपराधिक मामला दर्ज है।
245 राज्यसभा सांसदों में से 227 नेताओं (12 नामित सदस्यों और कुछ खाली सीटों को छोड़कर) की रिपोर्ट के अनुसार 38 लोगों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 15 नेताओं पर संगीन जुर्म शामिल हैं।
यूपी से बहुजन समाजवादी पार्टी के एसपीएस बघेल पर हत्या का आरोप है जबकि कांग्रेस के परवेज हाशमी पर जानबूझकर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज है। तमिलनाडु से एआईएडीएमके के टी राठीनवेल पर चुनाव को लेकर मामला दर्ज है।
227 राज्यसभा सांसदों की संपति का औसत 20.17 करोड़ रुपये है। इनमें कांग्रेस के सांसदों की औसत संपति 16.74 करोड़, बीजेपी सांसदों की 8.51 करोड़ रुपये, बीएसपी के पास 13.82 करोड़ रुपये और सीपीएम के सांसदों के पास 39.65 लाख रुपये है।
राज्यसभा में सबसे ज्यादा संपति जनता दल यूनाइटेड के सांसद महेंद्र प्रसाद (683.56 करोड़ रुपये) के पास है। इसके बाद कर्नाटक के निर्दलीय सदस्य विजय माल्या के पास 615.42 करोड़ रुपये और समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन के पास 493.86 करोड़ रुपये की संपति है।
इन सांसदों में से 32 ने अपना पैन नंबर भी नहीं दिया है।
राष्ट्रपति 12 राज्यसभा सांसदों को निर्वाचित करती है, जिनकों चुनाव आयोग के समक्ष अपना ब्यौरा जमा करना जरूरी नहीं होता है।