एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association of Democratic Reforms- ADR) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 में से 9 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले की जानकारी चुनाव आयोग को दी गयी है…
कर्नाटक में नई सरकार का गठन हो गया है। शनिवार (20 मई) को सिद्धारमैया ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली है वहीं डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। इसके साथ ही नई सरकार में 8 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। कर्नाटक इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक शपथ लेने वाले 9 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं और सभी करोड़पति हैं।
यह रिपोर्ट कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित 10 में से 9 मंत्रियों के शपथपत्रों के विश्लेषण पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 में से एक मंत्री केजी जॉर्ज का पूरा डेटा मौजूद नहीं था इसलिए उन्हें लेकर जानकारी सामने नहीं आ पाई है।
रिपोर्ट में और क्या है?
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association of Democratic Reforms- ADR) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 में से 9 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले की जानकारी चुनाव आयोग को दी गयी है, जबकि चार मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। नौ मंत्रियों की वित्तीय पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक के सभी नौ मंत्री करोड़पति हैं। इसमें कहा गया है, ‘विश्लेषण किए गए नौ मंत्रियों की औसत संपत्ति 229.27 करोड़ रुपए है।’
डीके शिवकुमार सबसे ज़्यादा अमीर
एडीआर की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार सबसे अमीर हैं क्योंकि उन्होंने कुल 1,413.80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे सबसे कम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री हैं। प्रियांक खड़गे जो चित्तपुर (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं ने 16.83 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
मंत्रियों की शिक्षा
मंत्रियों की शिक्षा पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, ‘तीन मंत्रियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं पास से 12वीं पास के बीच घोषित की है, जबकि छह मंत्रियों ने स्नातक और इससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता होने की घोषणा की है.’ इसमें यह भी कहा गया है कि पांच मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 60 साल के बीच जबकि चार मंत्रियों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कर्नाटक के नए मंत्रिमंडल में कोई महिला मंत्री नहीं हैं।