शिवसेना, समाजवादी पार्टी, एआईएडीएमके, ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक और आम आदमी पार्टी जैसे क्षेत्रीय दलों की संपत्ति में पिछले पांच सालों में काफी इजाफा हुआ है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा 22 क्षेत्रीय पार्टियों की संपत्ति पर जारी रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिली है। एडीआर ने यह रिपोर्ट इन दलों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई सूचना के आधार पर तैयार किया है।
एक नजर पार्टियों की बढ़ी संपत्ति पर
समाजवादी पार्टी
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (सपा) की संपत्ति में वित्तीय वर्ष 2011-12 से वर्ष 2015-16 के बीच 198 प्रतिशत बढ़ौत्तरी हुई।
शिवसेना
शिवसेना की संपत्ति 21 करोड़ से बढ़कर 39 करोड़ हो गई है जो करीब 92 प्रतिशत की वृद्धि है।
आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी का नवंबर 2012 में रजिस्ट्रेशन हुआ था। उस समय उनके पास करीब 1 करोड़ रुपए की परिसंपत्ति थी जोकि वित्तीय वर्ष 2015-16 में बढ़कर 3.7 करोड़ हो गई।
एआईएडीएमके
एआईएडीएमके की कुल संपत्ति में वर्ष 2011-12 से 2015-16 के बीच 155 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एआईडीएमके की कुल संपत्ति 88 करोड़ से बढ़कर 225 करोड़ रुपए हो गई है।