ADR Report: 2019-20 में कॉरपोरेट चंदे के रूप में भाजपा के खाते में आए 720 करोड़, क्या रहा बाकी पार्टियों का हाल
रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से वित्त वर्ष 2019-20 (Financial Year 219-20) के दौरान भाजपा को 2,025 कॉरपोरेट दाताओं से सबसे अधिक 720.407 करोड़ रुपये चंदा मिला। इसके बाद कांग्रेस को 154 दाताओं से कुल 133.04 करोड़ रुपये और राकांपा को 36 कॉरपोरेट दाताओं से 57.086 करोड़ रुपये मिले। माकपा ने 2019-20 के लिए कॉरपोरेट चंदे से किसी आय की जानकारी नहीं दी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट’ ने 2019-20 में भाजपा और कांग्रेस को सबसे ज्यादा चंदा दिया। उसने एक साल में दोनों दलों को 38 बार कुल 247.75 करोड़ रुपये का चंदा दिया। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘भाजपा ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 216.75 करोड़ रुपये और कांग्रेस ने 31 करोड़ रुपये मिलने की घोषणा की। ‘बी जी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड’ ने 2019-20 में राकांपा को सबसे अधिक चंदा दिया।’’
चंदे में 1,024 प्रतिशत की वृद्धि
एडीआर रिपोर्ट में बताया गया कि 2012-13 से 2019-20 की अवधि के बीच, राष्ट्रीय दलों को 2019-20 (जब17वीं लोकसभा के लिए चुनाव हुए थे) में 921.95 करोड़ रुपए का सर्वाधिक कॉरपोरेट चंदा मिला और उसके बाद 2018-19 में 881.26 करोड़ रुपए और 2014-15 में (जब 16वीं लोकसभा के लिए चुनाव हुए थे) 573.18 करोड़ रुपये चंदा मिला। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2012-13 और 2019-20 के बीच कॉरपोरेट और व्यावसायिक घरानों से राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे में 1,024 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
कॉरपोरेट/व्यावसायिक घरानों के योगदान को एडीआर ने 15 क्षेत्रों/श्रेणियों में विभाजित किया था। इनमें न्यास और कंपनियों के समूह, विनिर्माण, बिजली और तेल, खनन, निर्माण, निर्यात / आयात, और रियल एस्टेट एवं अन्य क्षेत्र शामिल हैं।