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Desh 24x7
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उत्‍तर प्रदेश की मौजूदा विधानसभा में चुने गये विधायकों में सर्वाधिक विधायक भाजपा से जुड़े हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ ही कांग्रेस में भी ऐसे विधायक हैं जिन पर आपराधिक मामले हैं। अधिकतर विधायक करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति वाले विधायकों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के शाह आलम उर्फ गुड्डू जामाली मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से हैं, जिनके पास कुल 118 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। दूसरे स्थान पर भी बहुजन समाज पार्टी के विनयशंकर चिलुपर विधानसभा सीट से 67 करोड़ से ज्यादा तथा तीसरे स्थान पर भाजपा की रानी पक्षालिका सिंह बाह विधानसभा से हैं, जिनके पास 58 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।

उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं, इससे पहले यह जानकारी एडीआर (इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) की रिपोर्ट में दी गयी है।  रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के 396 विधायकों में से 140 यानी 35 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और 106 यानी 27 प्रतिशत विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। अगर पार्टीवार बात करे तो बीजेपी के 304 में से 106 विधायक, एसपी के 49 में से 18 विधायक, बीएसपी के 18 में दो विधायक और कांग्रेस के एक विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।  वर्तमान विधानसभा में सात सीटें रिक्त हैं। बसपा के विधायक लालजी वर्मा और राम अचल राजभर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया।  

उत्तर प्रदेश विधानसभा में 396 में से 313 यानि 79 प्रतिशत विधायक करोड़पति है। इनमें सबसे ज्यादा करोड़पति विधायक बीजेपी के 77 प्रतिशत हैं। भारतीय जनता पार्टी के 235 विधायक करोड़पति हैं। जबकि समाजवादी पार्टी के 49 में से 42 विधायक करोड़पति हैं। तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के 16 में से 15 विधायक करोड़पति हैं। कांग्रेस के सात में से पांच विधायक करोड़पति हैं। विधायकों की औसतन सम्पत्ति 5.85 करोड़ है।

भारतीय जनता पार्टी के 304 विधायकों की 5.04 करोड़, समाजवादी पार्टी के 49 विधायकों की औसतन संपत्ति 6.07 करोड़, बहुजन समाज पार्टी के 16 विधायकों की औसतन संपत्ति 19.27 करोड़ और कांग्रेस के सात विधायकों की औसतन संपत्ति 10.06 करोड़ है। 

विधायकों की देनदारियों की अगर बात की जाए तो 49 विधायकों ने अपनी देनदारी एक करोड़ या उससे अधिक घोषित की है। इनमें प्रथम स्थान पर नंदगोपाल गुप्ता, इलाहाबाद साउथ सीट से 26 करोड़, दूसरे स्थान पर ओम कुमार जो नेहतुर 11 करोड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। तीसरे स्थान पर सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद वेस्ट विधानसभा से नौ करोड़ की देनदारी घोषित की है।

विधायकों की शैक्षिक योग्‍यता की बात की जाये तो उत्तर प्रदेश विधानसभा के 396 विधायकों में से 95 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं से 12वीं के बीच में घोषित की है। 290 विधायकों के द्वारा अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा घोषित की है। वहीं चार विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और पांच विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है। विधानसभा में 43 महिला विधायक हैं, इस तरह से महिलाओं की भागीदारी 11 प्रतिशत है।