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Source
Nav Bharat Times
https://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-parties-raised-rs-15077-crore-from-unknown-sources-between-200405-to-202021/articleshow/93803721.cms
Author
Bhasha
Date
City
New Delhi

Political Parties Donations Amount Audit : देश में चुनाव सुधार की दिशा में काम करने वाली संस्था 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)' का कहना है कि देश के आठ राष्ट्रीय दलों ने बीते 16 वर्षों में प्राप्त 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के डोनेशन का स्रोत नहीं बताया है

देश के राष्ट्रीय दलों को पिछले 16 वर्षों में मिले 15 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा चंदे का कोई अता-पता नहीं है कि वो कहां से आए। चंदे की इतनी बड़ी रकम देने वाला कौन है, इसका कोई दस्तावेज राजनीतिक दलों के पास नहीं हैं। चुनाव सुधार की दिशा में काम करने वाली संस्था 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)' ने अपने नए विश्लेषण के बाद जारी रिपोर्ट में यह दावा किया है। उसने कहा है कि वित्त वर्ष 2004-05 से 2020-21 के बीच अज्ञात स्रोतों से 15,077 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जुटाई। एडीआर के मुताबिक, 2020-21 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से कुल 690.67 करोड़ रुपये जुटाए। संस्था ने आठ राष्ट्रीय और 27 क्षेत्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से मिली रकम का विश्लेषण किया।

राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की लिस्ट देखें
राष्ट्रीय दलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल थीं। वहीं, क्षेत्रीय आम आदमी पार्टी (आप), बीजू जनता दल (बीजद), द्रमुक मुनेत्र कषगम (द्रमुक), ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), शिवसेना, तेलुगु देसम पार्टी (तेदपा), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), जनता दल (यूनाइटेड), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख हैं।

पिछले वित्त वर्ष का देखें हिसाब
यह विश्लेषण पार्टियों द्वारा दाखिल आयकर रिटर्न (आईटीआर) और भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समक्ष चंदे के संबंध में दायर हलफनामे पर आधारित है। इससे पता चला है कि वित्त वर्ष 2004-05 से 2020-21 के बीच राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से 15,077.97 करोड़ रुपये हासिल हुए। एडीआर ने कहा, 'वित्त वर्ष 2020-21 में आठ राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से 426.74 करोड़ रुपये प्राप्त होने की जानकारी दी है, जबकि 27 क्षेत्रीय पार्टियों के मामले में यह धनराशि 263.928 करोड़ रुपये है।'

दानदाताओं की पहचान छिपाने में कांग्रेस सबसे आगे

संस्था के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में कांग्रेस ने अज्ञात स्रोतों से 178.782 करोड़ रुपये हासिल होने का खुलासा किया है, जो राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से प्राप्त कुल धनराशि का 41.89 फीसदी है। एडीआर के अनुसार, भाजपा ने अज्ञात स्रोतों से आय के रूप में 100.502 करोड़ रुपये घोषित किए हैं, जो राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से प्राप्त कुल धनराशि का 23.55 फीसदी है।

क्षेत्रीय दलों में सबसे ज्यादा YSR कांग्रेस को सबसे ज्यादा 'गुप्त दान'
संस्था ने बताया कि अज्ञात स्रोतों से सबसे ज्यादा धनराशि हासिल करने वाले पांच शीर्ष क्षेत्रीय दलों में वाईएसआर-कांग्रेस (96.2507 करोड़), द्रमुक (80.02 करोड़), बीजद (67 करोड़), मनसे 5.773 करोड़ रुपये और आप (5.4 करोड़) शामिल हैं। एडीआर के मुताबिक, 2020-21 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से हासिल कुल 690.67 करोड़ रुपये में से 47.06 प्रतिशत राशि चुनावी बॉन्ड से मिली थी।

सात राजनीतिक दलों की ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी

संस्था ने कहा कि वित्त वर्ष 2004-05 से 2020-21 के बीच कांग्रेस और राकांपा ने कूपन की बिक्री से कुल 4,261.83 करोड़ रुपये का चंदा जुटाया। एडीआर के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सात राजनीतिक दलों की ऑडिट और चंदा रिपोर्ट में कई विसंगतियां हैं। इन दलों में टीएमसी, भाकपा, आप, शिअद, केरल कांग्रेस (एम), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) और अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (एआईयूडीएफ) शामिल हैं।