एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी चुनाव में जीत दर्ज करने वाले 403 विधायकों में से 5 पर हत्या का और 29 पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामला चल रहा है। इतना ही नहीं इस विधानसभा में पहुंचे कुल 403 माननीयों में से 205 (करीब 51 फीसदी) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में पहुंचे 403 नवनिर्वाचित माननीयों में से 205 (करीब 51 फीसदी) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा 5 ऐसे विधायक भी विधानसभा पहुंचने में सफल रहे हैं, जिन पर हत्या का मुकदमा चल रहा है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि 403 विधायकों में से 143 (36 फीसदी) विधायकों ने चुनाव आयोग में दिये अपने हलफनामे में अपने आपराधिक मुकदमों के बारे में घोषणाएं की हैं।
एडीआर द्वारा जारी एक विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार 158 (39 फीसदी) जीतने वाले विभिन्न दलों के विधायकों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले दर्ज हैं। वहीं इस बार पांच ऐसे भी प्रत्याशी विजयी रहे, जिन्होंने खुद के खिलाफ हत्या (आईपीसी की धारा-302) से जुड़े मामले भी घोषित किए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों में जीतने वाले कुल उम्मीदवारों की संख्या 29 है, जबकि छह ऐसे भी उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे, जिनके खिलाफ महिलाओं के प्रति गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं और एक विधायक पर रेप तक का केस दर्ज किया गया है।
एडीआर विश्लेषण के अनुसार, भाजपा के 255 विजयी उम्मीदवारों में से 111 (44 प्रतिशत) ऐसे हैं जिनकी आपराधिक पृष्ठभूमि है, 111 विजयी उम्मीदवारों में से 71 सपा के, रालोद के 8 विजयी उम्मीदवारों में से 7, 6 में से 4 जीतने वाले उम्मीदवार हैं।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 विजयी उम्मीदवारों में से 4, अपना दल के 12 विजयी उम्मीदवारों में से 3, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 2, कांग्रेस के 2 और बसपा के 1 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।
वहीं एडीआर रिपोर्ट यह भी बताती है कि भाजपा के 255 नवनिर्वाचित विधायकों में से लगभग 233, सपा के 111 में से 100, अपना दल के 12 में से 9, रालोद के 8 में से 7, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6, निषाद पार्टी के 6, जनसत्ता दल के 2 विधायक हैं। लोकतांत्रिक, कांग्रेस के 2 और बसपा जीतने वाले 1 उम्मीदवारों ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।