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Source
The Wire Hindi
https://thewirehindi.com/248553/regional-parties-income-of-887-crores-55-lakh-from-unknown-source-96-percent-via-electoral-bonds/
Author
The Wire Staff
Date
City
New Delhi

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को अज्ञात स्रोतों से कुल 887.55 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें से 93.26 फीसदी या 827.76 करोड़ रुपये चुनावी बॉन्ड के माध्यम से प्राप्त हुए. 

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को अज्ञात स्रोतों से 887.55 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो उनकी कुल आय का 76 प्रतिशत है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कुल जिन दलों का विश्लेषण किया गया, उसमें से  27 दलों ने 2021-2022 में 1,165.57 करोड़ रुपये की आय घोषित की थी, जिसमें से 145.42 करोड़ रुपये ज्ञात दाताओं से थे, जिसमें दान शामिल है जिसके लिए दाताओं का विवरण रिपोर्ट में उपलब्ध है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘अन्य ज्ञात स्रोत’ जैसे सदस्यता शुल्क, बैंक ब्याज, प्रकाशनों की बिक्री आदि का हिसाब 132.60 करोड़ रुपये है.

अज्ञात स्रोत, जिसमें चुनावी बॉन्ड, कूपन की बिक्री, राहत कोष और विविध आय शामिल हैं, से हुई कुल आय 887.55 करोड़ रुपये है, जो उनकी कुल आय का 76.15 प्रतिशत है. 887.55 करोड़ रुपये में से 93.26 फीसदी या 827.76 करोड़ रुपये चुनावी बॉन्ड से मिले.

एडीआर के अनुसार 27 क्षेत्रीय दलों के अज्ञात स्रोतों से आय में कूपन की बिक्री से आमदनी की हिस्सेदारी 4.32 प्रतिशत (38.35 करोड़ रुपये) और स्वैच्छिक चंदे की हिस्सेदारी 2.40 प्रतिशत (21.29 करोड़ रुपये) रही.

रिपोर्ट के मुताबिक, अज्ञात स्रोतों से राजनीतिक दलों की आय 2020-21 की तुलना में बढ़ी है. 2020-21 में क्षेत्रीय दलों की कुल आय 530.70 करोड़ रुपये थी और उनमें से 263.93 करोड़ रुपये (49.73 प्रतिशत) अज्ञात स्रोतों से मिले थे.

एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, 20,000 रुपये से अधिक के दान को ज्ञात स्रोतों से आय के रूप में परिभाषित किया गया है क्योंकि उन्हें देने वालों का विवरण क्षेत्रीय दलों द्वारा निर्वाचन आयोग को दी जानकारी में उपलब्ध है. अज्ञात स्रोत इन पार्टियों द्वारा वार्षिक लेखापरीक्षा रिपोर्ट में घोषित आय है, लेकिन इनमें आय का स्रोत नहीं बताया जाता है.

वर्तमान में राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से कम का दान देने वाले व्यक्तियों या संगठनों और चुनावी बॉन्ड के माध्यम से दान देने वालों के नामों का खुलासा करने की जरूरत नहीं होती है.

एडीआर ने कहा कि इस प्रकार के अज्ञात स्रोतों में चुनावी बॉन्ड, कूपन की बिक्री, राहत कोष, विविध आय, स्वैच्छिक चंदा और बैठकों से योगदान शामिल हैं. ऐसे स्वैच्छिक चंदा देने वालों का विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है.

रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में, इस अध्ययन के लिए 54 क्षेत्रीय (मान्यता प्राप्त) राजनीतिक दलों पर विचार किया गया था. लेकिन उनमें से केवल 28 दलों ने ही अपनी वार्षिक ऑडिट और चंदा दोनों रिपोर्ट दाखिल की थी, जबकि शेष दलों ने दो में से केवल एक रिपोर्ट ही जमा की थी.

रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में 27 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की कुल आय 1,165.58 करोड़ रुपये रही थी,  वहीं ज्ञात दाताओं से राजनीतिक दलों की कुल आय 145.42 करोड़ रुपये है जो उनकी कुल आय का 12.48 प्रतिशत है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जिन पार्टियों का विश्लेषण किया गया, उनमें से डीएमके की अज्ञात स्रोतों से सबसे अधिक आय (306.02 करोड़ रुपये), इसके बाद बीजू जनता दल (291.09 करोड़ रुपये), तेलंगाना राष्ट्र समिति (153.03 करोड़ रुपये), वाईएसआर-कांग्रेस (60.01 करोड़ रुपये) और जनता दल (यूनाइटेड) (48.36 करोड़ रुपये) रहे.

एडीआर ने कहा कि आम आदमी पार्टी, जिसे हाल ही में राष्ट्रीय पार्टी घोषित किया गया है, को विश्लेषण में शामिल नहीं किया गया क्योंकि दोनों रिपोर्टों में डेटा में ‘विसंगतियां’ थीं.

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि चूंकि पार्टियों की आय के एक बड़े प्रतिशत का पता नहीं लगाया जा सकता है, सूचना के अधिकार के तहत सभी दानदाताओं की पूरी सूची उपलब्ध कराई जानी चाहिए. इसमें कहा गया है कि विदेशी स्रोतों से धन प्राप्त करने वाले किसी भी संगठन को किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार का समर्थन करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.